दिल्ली में "कोरोना" के मरीजों की प्राण रक्षा करते डॉ. उस्मान रियाज ने दी अपनी प्राणाहुति |
खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036
भारत में "कोरोना वायरस" से संक्रमित मरीजों की संख्या भले ही,हर संभव प्रयासों के बाबजूद,649 तक जा पहुँची है।मगर,डॉ उस्मान रियाज जैसे "मानवता को धर्म मानने वाले" और "अपने कर्तव्य के लिए दिन-रात समर्पण भाव से, "कोरोना वायरस"पीड़ित मरीजों की चिकित्सा सेवा करने वाले, चिकित्सकों की बदौलत, दिल्ली में "कोरोना" मरीजों की संख्या को, इतने न्यूनतम स्तर पर पहुंचा दिया है कि-वहाँ के सी एम श्री केजरीवाल ने दिल्ली में सभी दुकानों को खोलने की घोषणा की है।परंतु शेष सभी सावधानियाँ जारी रहेगी।
परंतु एक दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद सूचना यह है कि- "कोरोना" के मरीजों की निरंतर चिकित्सा करने वाले,चिकित्सक डॉ उस्मान रियाज खान ने मरीजों की जान बचाते बचाते, अंततः "कोरोना के कहर से" अपनी प्राणाहुति दे दी !!! डॉ. उस्मान रियाज "कोरोना मरीजों" की चिकित्सा करते हुए- प्राण गँवाने वाले, भारत के पहले चिकित्सक हैं। देशवासियों को राष्ट्रभक्त सपूत डॉ.उस्मान रियाज और इन जैसे चिकित्सकों पर गर्व है।
क्या "कट्टरता और साम्प्रदायिकता फैलाने वाले" और "जनसेवा का ढिंढोरा पीटने वाले", किसी "नकली राष्ट्रभक्त" ने, कर्तव्य पथ पर देशवासियों को बचाते हुए-अपनी प्राणाहुति दी? डॉ. रियाज खान को आज वित्त मंत्री सुश्री सीतारमण द्वारा घोषित,50 लाख रु के बीमा का लाभ देने के अतिरिक्त, दिल्ली सरकार के न्यायप्रिय मुख्यमंत्री द्वारा न्यूनतम 1 करोड़ रु की आर्थिक सहायता और पत्नी या एक पारिवरिक सदस्य को नौकरी अवश्य दी जाना चाहिए।
No comments:
Post a Comment