भोपाल//अनिल शाक्य
देश की व्यापारिक महानगरी मुंबई की तर्ज पर अब भोपाल में भी वह सारे घटनाक्रम घटित होते देखे जा सकते हैं। जिनकी उम्मीद शायद भोपाल वासियों ने कम ही कि होगी। अगर भोपाल में किसी घटनाक्रम में तेजी आई है तो वह बॉडीमसाज सेंटरों की आड़ में चल रहे गरम गौश्त के व्यापार में। उल्लेखनीय है कि भोपाल महानगर में इन दिनों लगभग सभी बॉडीमसाज सेंटरों में मसाज के नाम देहव्यापार जैसी गतिविधियां संचालित हो रही है इसका खुलासा पुलिस के द्वारा अभी हाल ही में कार्यवाही से हुआ। जिसमें शहर के व्यावसायिक नगरी एम.पी.नगर स्थित नमकीन सेंटर के समीप चल रहे देवश्री समाज सेटर से दो लड़कियों और दो लड़कों को संदिग्ध अवस्था में पुलिस ने पकड़ा था। वहीं दूसरे घटनाक्रम में फैशन बॉडीमसाज सेंटर हकीम होटल बोर्ड ऑफिस चौराहे से भी दो लड़के-लड़कियां संदिग्ध अवस्था में पकड़े गये थे। घटना दूसरे ही दिन पुलिस ने पिपलानी थाना क्षेत्र में भी मसाज सेंटर छ: युवतियों सहित चार युवकों को भी रंगें हाथों पकड़ा था। हालांकि इस मामले में पुलिस ने धरपकड़ का अभियान छेड़ रखा है और बहुत बड़े पैमाने पर एक ऐसे सैक्स रेकेट का भंडाफोड़ होगा जिसमें ऐसे नामचीन हस्तियों के नाम भी उजागर हुये बगैर नहीं रहेंगे। जिनके ऊपर सहसा किसी को विश्वास नहीं होता।
- कहां चल रहा देहव्यापार -
शहर के कुछेक स्थानों को छोड़ लगभग सत्तर फीसदी स्थानों पर देहव्यापार मसाज सेंटरों की आड़ में चल रहा है। इस में एक तयशुदा ग्राहक से 3000/- से 5000/- रूपये तक कि रकम वसूली जाती है। थोड़े समय मसाज का बहाना कर असली तर्ज पर कार्य शुरू किया जाता और निर्धारित दर के अनुसार सुंदर सी कमसिन बालाएं ग्राहक के सामने परोस दी जाती हैं। हालांकि पुलिस यह सब जानते हुये भी किसी राजनैतिक दबाव में इन सेंटरों पर कार्यवाही नहीं कर पाती। उल्लेखनीय यह है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में ऐसी महिला नेत्री का नाम उजागर हुआ था। जिसने बड़े-बड़े मंत्रियों को बालाएं उपलब्ध कराने का जिम्मा संभाल रखा था। पुलिस ने घेराबंदी कर उस महिला नेत्री को गिरफ्तार कर उसके पास से जो डायरी जप्त की थी उसमें शहर सहित देश की राजधानी से वास्ता रखने वाले बड़े नामचीन नेताओं के नाम शामिल थे यदि वह नाम पुलिस उजागर करती तो पुलिस वालों कि नौकरी पर तो तलवार लटकना स्वाभाविक थी। वहीं शहर में इन नेताओं के नाम को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो जाता। जो देश की संसद में भी गूंजे बगैर नहीं रहता।
- शहर में वर्तमान में वहीं हालात -
देश की हृदय स्थली कही जाने वाली मध्यप्रदेश कि राजधानी भोपाल में भी जो मसाज सेंटर संचालित हो रहे है। और उन में कमाई का जरिया सिर्फ देहव्यापार के अलावा दूसरा नहीं है यह बात पुलिस प्रशासन भलीभांति जानता एवं समझता है। लेकिन सच तो यह कि मसाज सेंटरों का संचालन ही नामचीन नेताओं की आड़ में संचालक करते हैं। यही वजह है कि दो दिन पूर्व से चल रही देहव्यापार सेंटरों में पुलिस की धरपकड़ कार्यवाही में संचालकों के ऊपर कार्यवाही ना होकर सिर्फ देहव्यापार को अंजाम देने वाले युवक-युवतियों पर ही प्रकरण दर्ज हुये हैं। दूसरी बात यह है कि देहव्यापार में पकड़े युवक-युवतियों से पुलिस कि सेटिंग हो जाती है जिसमें कुछ को वह रास्ते ही गायब कर देती है। और यही वाक्या एम.पी.नगर थाने में सैक्स स्केंडल में पकड़ जाने वाले युवक-युवतियों को छोडऩे एवं कुछेक को उजागर करने के बाद हुआ। जस संवाददाता ने पुलिस से मामले में कायमी की जानकारी चाही तो लगभग 12:45 बजे तक देने में कोताही बरती गई। अंत में घटनाक्रम की जानकारी अ.पु.अधिकारी (घनश्याम मालवीय) ने बमुश्किल उपलब्ध कराई। विडम्बना तो यह है कि आजकल फोन उठाने के मामले में शहर के समस्त 38 थानों में कोताही बरती जाती है। और यदि फोन उठाते भी है तो नंबर देखकर इंग्गेज कर दिये जाते हैं जिससे जानकारी लेने वाला उक्ताकर फोन रख देता है। पुलिस की इस उदासीनता पूर्ण कार्यवाही कि प्रति अवश्य ही वरिष्ठ अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है।
- झुग्गी-झोपड़ी सहित पाश कॉलोनियों में डाले
छापेशहर की पुलिस ने जहां बॉडीमसाज सेंटरों, होटलों, ढाबों, ब्यूटीपार्लरों पर छापा मार कार्यवाही करते हुये देहव्यापार के अवैध कारोबार को रंगे हाथों पकडऩे का जो कमान सम्भाल रखी है उससे इस तरह के कारोबार को अंजाम देने वालों को हड़कम्प सा मच गया है। लेकिन अभी काफी हदतक पुलिस कि यह कार्यवाही अधूरी है जब तक के झुग्गी क्षेत्रों एवं पाशकॉलोनियों में छापा डालकर पुलिस इस अवैध कारोबार पर अंकुश ना लगाये।
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