नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में अक्सर कहा जाता है कि वह ओवररेटेड अर्थशास्त्री और अंडररेटेड नेता हैं। शुक्रवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने इस बात का बखूबी परिचय भी दिया कि वह अब एक नेता के तौर पर परिपक्व हो चुके हैं। उन्होंने जहां बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला, वहीं फंसने वाले सवालों पर चालाकी से कन्नी काट गए। मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी पीएम बने तो देश बर्बाद हो जाएगा, जबकि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल के लिए दावेदार नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को अपनी सरकार की तीन बड़ी नाकामियों के तौर पर बताया।
मोदी पर जोरदार हमला
नैशनल मीडिया सेंटर में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनमोहन सिंह ने मोदी और राहुल के मुकाबले पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'अहमदाबाद की सड़कों पर नरसंहार कराने वाले को प्रधानमंत्री बनाना देश के लिए विध्वंसकारी होगा।' इसके बाद कमोजर पीएम साबित होने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शक्तिशाली पीएम का मतलब यह नहीं होता कि आप निर्दोष जनता का नरसंहार करवाएं। अपनी कॉन्फ्रेंस के अंत में उन्होंने कहा कि मोदी का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना कभी पूरा नहीं होगा। यह पहला मौका है, जब मनमोहन ने मोदी पर इतनी सख्त भाषा का इस्तेमाल किया है। इससे पहले मनमोहन ने गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान सरदार पटेल के मुद्दे पर मोदी को उनके सामने ही जवाब दिया था, लेकिन इस तरह का सख्त रुख पहली बार नजर आया।
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