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भारतीय लोग भाई और बहन के रिश्ते को बहुत ही ज्यादा पवित्र मानते है, लेकिन भारत के कुछ ऐसे हिस्से भी है जहा भाई की बहन से ही शादी करवाई जाती है. और यह हिस्सा है छत्तीसगढ़. जहा पर सबसे अधिक आदिवासी समाज रहता है। और इसी वजह से यहां के रीती रिवाज और परंपराएं अलग है। देश के कुछ हिस्से में अग्नि को साक्षी मानकर विवाह होता है लेकिन कुछ हिस्से में पानी को साक्षी मानकर शादी होती है.
नीचे देखिये कुछ अजीबोगरीब परम्पराएं-
शादी के लिए पिटना जरूरी है : ऐसा माना जाता है की राजस्थान के जोधपुर शहर और इसके आसपास में कुंवारे लड़कों को लाठियों से पीटने की परंपराएं है. और इन लड़को को सुहागन महिला ही पिटती है। लड़के भी हँसते हुए चुपचाप मार खाते हैं। इस पीटने वाली परंपरा को ऐसा माना जाता है कि जिन लड़कों की पिटाई होती है, अगले एक साल में उनकी शादी हो जाती है.
बेटा होगा या बेटी, पहाड़ से पूछ लें : बच्चे होने से पहले परिवार को यह सबसे पहले यही जानने की उत्सुकता होती है कि लड़का है कि लड़की. अब ये सोनोग्राफी करके आसानी से पता लगा लेते है. लेकिन झारखंड में बच्चे का लिंग जानने का अलग ही तरीका है। झारखंड के खुखरा गांव में विचित्र परंपरा है। गांव में एक पहाड़ है जिस पर चांद की आकृति बनी हुई है.
गांव के लोगों का यह मानना है कि पहाड़ गर्भ में पल रहे बच्चे के बारे में बताता है कि वह लड़का है या लडकी।
इसके लिए गर्भवती महिलाएं कुछ दूर से पहाड़ पर पत्थर मारती है। इस तरीके से शिशु का लिंग पता करने की परम्परा पर गांव वालों का अटूट विश्वास है और वे यह परंपरा पिछले 400 सालों से अपनाते आ रहे हैं। आपको इस बात पर काफी हैरानी हो रही होगी लेकिन यह बिलकुल सत्य है.
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