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भोपाल। पिछले दिनों NIOS (National Institute Of Open Schooling, राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान) मे एक चौका देने वाला बड़ा घोटाला सामनेआया है | जिसमे सीनियर सेकेंडरी (10+2) की परीक्षा में मध्य प्रदेश के कई परीक्षा केंद्रों दवारा बिना परीक्षा दिए छात्रों को पास कर दिया गया है|यह घोटाला व्यापम से भी बड़ा घोटाला है.
*कैसे हुआ यह घोटाला:*
इस घोटाले के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल द्वारा प्रेस वार्ता में चौकाने वाले दस्तावेज भी पेश किये गए, उन्होंनेदस्तावेजो से दिखाया कि 3 केन्दों पर 1200 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए, पर जब परिणाम आया तो सभी को पास कर दिया गया. साफ़ हैकि मिलीभगत कर अरबों रूपये देकर फर्जी रिजल्ट बनवाये गये हैं.
छात्रों के परीक्षा परिणाम के साथ उनके परीक्षा केंद्रों की उपस्थति पत्र भी पेश किए गए जिसमें ये साफ पता चल रहा है उत्तीर्ण दिख रहे छात्र परीक्षादेने तक नही आये थे |
आम आदमी पार्टी द्वारा प्रदेश के तीन अलग-अलग शहरो में स्थित NIOS संस्थानों के छात्रों की सूची प्रस्तुत की गई जो कि परीक्षा में बैठे बिना ही पासहो गये है|
यहाँ तक कि प्राप्त दस्तावेजों में दिखता है कि एक अफ्रीकन छात्र 2015 में भिंड जिले के उमा भारती हायर सेकेंडरी स्कूल में दाखिला लेता है औरहिंदी जैसे विषय मे 56 अंको से पास किया जाता हैं | यह परिणम गंभीर शक पैदा करता है.
*व्यापम से बड़ा है घोटाला*
मध्य प्रदेश में राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान के 280 केंद्र हैं. यह घोटाला किन्ही तीन केंद्रों तक ही सीमित नही है, और इस घोटाले का विस्तार पूरेप्रदेश में होने की संभावना है, शिवराज सरकार का भ्रटाचारियो को संरक्षण देने के कारण ही इस प्रकार के घोटाले संभव है. साथ ही राष्ट्रिय मुक्तविद्यालीय संस्थान केंद्र सरकार का संस्थान होने के कारण यह घोटाला पूरे देश में फैले होने की सम्भावना है और लाखों फर्जी विद्यार्थियों को बिनापरीक्षा के पैसे लेकर पास किया जा रहा है. निश्चित रूप से यह घोटाला व्यापम घोटाले से कई गुना बड़ा है.
*घोटाले के असली सूत्रधारों को पकड़ा जाएँ:*
आम आदमी पार्टी का मानना है कि इस प्रकार के घोटालों से प्रदेश व् देश के करोड़ों युवाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. अतः हम मांग करते हैं कि-
Ø इस पूरे प्रकरण की और राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान के सभी केंद्रों की विस्तृत जांच उच्चतम न्यायालय के निगरानी में विशेष जाँच दल(SIT) गठित कर के की जाए |
Ø राज्य सरकार वर्तमान में जिन तीनो केंद्रों के खिलाफ सबूत पेश किए गए है, उनके प्रबंधको को तत्काल गिरफ्तार किया जाए ताकि इसघोटाले के असली सूत्रधार तक पहुचा जा सके |
Ø इन तीनो केंद्रों का पंजीकरण तत्काल निरस्त किया जाए |
आम आदमी पार्टी इस घोटाले के खिलाफ पूरे प्रदेश में और पूरे देश में प्रदर्शन करेगी और शीघ्र ही इस सम्बन्ध में न्यायालय में एक याचिका भी दायर की जाएगी.
मध्यप्रदेश में एक और व्यापमं।।
NIOS के मप्र के 3 परीक्षा केंद्रों के दस्तावेज देखने पर सामने आया कि नामांकित 1224 छात्रों में से 24 ने ही परीक्षा दी पर सभी 1224 पास हो गए।
"आप खुद देखिए, जो बच्चा परीक्षा में सभी विषय मे Absent रहा, वह Result आने पर Pass हो गया।
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