यह पीड़ा किसी और की नहीं स्वयं फोटोग्राफर राज पाटीदार की है स्वाभाविक भी है हमने उम्मीदे जो लगा राखी है
भोपाल। देश के और प्रदेश के कई फोटोग्राफर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। इन फोटोग्राफर ने सिंहस्थ 2016 फोटो प्रतियोगिता में भाग लिया था । उनके फोटोग्राफ्स को पुरस्कृत किया गया था। लेकिन जनसम्पर्क के द्वारा कोई भी सम्मान समारोह आयोजित नहीं किया गया, ना ही इन विजेताओ को कोई प्रमाण पत्र दिया गया, ना ही उनकी सराहना की गई।
इन के फोटो कि कोई प्रदर्शनी भी नहीं लगाई गई है । जबकि इससे पहले विभाग द्वारा आयोजित फोटो प्रतियोगिता में भव्य सम्मान समारोह में विजेता फोटोग्राफरों को मुख्यमंत्री या मंत्री के द्वारा इनाम दिलाया जाता था। सरकार दावा करती थी कि दुनिया का सबसे बड़ा कुंभ मेला है । लेकिन इस मेले के नाम पर आयोजित फोटो प्रतियोगिता में हजारों फोटो इकट्ठे किए गए हैं। लेकिन उन विजेता फोटोग्राफरों को लिए कोई भी सम्मान समारोह आयोजित नहीं किया गया।
एक विजेता फोटोग्राफर ने बताया कि मैं तो डेढ़ साल से इंतजार कर रहा हूं कि किसी सम्मान समारोह में हमें सम्मानित किया जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ हां चुपचाप हमारे खातों में इनाम की राशि जरूर भेज दी गई है। इस फोटोग्राफर ने निर्णय लिया है कि वह कभी भी भविष्य में जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित फोटो प्रतियोगिता में भाग नहीं लेगा। 'सिंहस्थ-2016' फोटो प्रतियोगिता जनसम्पर्क और माध्यम द्वारा आयोजित की गई थी।
एक जैसे तीन फोटोग्राफ्स को पुरुस्कार दिए गए थे इस प्रतियोगिता में, आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ होग,एक जैसे फोटो को तीन इनाम मिले हो, दो फोटोग्राफरो को पुरस्कार के रुप में 51 हजार ,51 हजार, की घोषणा की गई थी । इन दोनों के फोटो एक जैसे थे,जन सामान्य (Amateur) श्रेणी-में भी द्वितीय पुरस्कार,15 हजार, इन का भी फोटो वैसा ही था।
तब ऐसा कहा जा रहा था कि इन सब के पीछे जनसंपर्क विभाग के एक चालाक अधिकारी का हाथ है। यह अधिकारी जनसंपर्क में अपना अच्छा खासा रुतबा रखता है । इनकी हरकतों से जनसंपर्क विभाग के कई अधिकारी इनसे नाराज रहते हैं।
यह पोस्ट राज पाटीदार जी के फेसबुक से
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