अवैध निर्माण संबंधित एक नोटिस को समाप्त करने के नाम पर मांगी थी रिश्वत
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा एसडीएम मुकुल गुप्ता के न्यायालय कक्ष में रिश्वतखोरी का खेल खुलेआम चल रहा था। लोकायुक्त पुलिस ने एक छापामार कार्रवाई कर एसडीएम के रीडर राजेन्द्र राजपूत को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। कहा जा रहा है कि यह रिश्वत वसूली एसडीएम की जानकारी में थी। आरोप तो यह भी है कि इस रिश्वत का एक हिस्सा एसडीएम को दिया जाता था, इसी के चलते आॅफिस के भीतर खुलेआम रिश्वत वसूली की जाती थी।
लोकायुक्त इंस्पेक्टर वीके सिंह ने बताया कि एसडीएम के रीडर राजेन्द्र राजपूत ने यह रिश्वत डायवर्शन के एक प्रकरण को खत्म करने के लिए मांगी थी। दामखेड़ा निवासी बालमुकुंद साहू की पत्नी मालती साहू को उसकी 35 डेसिमल जमीन पर बिना अनुमति के निर्माण के सिलसिले में एसडीएम ने नोटिस देकर पिछली 8 फरवरी को जवाब देने को कहा था। बालमुकुंद साहू जब एसडीएम के रीडर राजेन्द्र राजपूत से मिला तो उसने प्रकरण खत्म करने के ऐवज में 5 हजार रुपए की मांग की थी।
बालमुकुंद साहू ने 2 हजार रुपए की रिश्वत की किश्त पिछले शुक्रवार को राजेन्द्र राजपूत को दी थी। बाकी के तीन हजार रुपए बालमुकुंद साहू ने आज मंगलवार को राजेन्द्र राजपूत को देकर उसे ट्रेप करा दिया। रिश्वत के पैसों में 2 हजार रुपए का एक नोट और 500-500 रुपए के दो नोट थे।
लोकायुक्त इंस्पेक्टर ने बताया कि बालमुकुंद साहू ने एसडीएम न्यायालय कक्ष में राजेन्द्र राजपूत को यह रिश्वत दी। जैसे ही राजपूत ने रिश्वत के पैसे लेकर अपनी जेब में रखे, लोकायुक्त टीम ने उसे धर दिया। सबूत के तौर पर राजेन्द्र राजपूत के पानी से हाथ धुलाए गए और उसकी पेंट को भी जप्त कर लिया। बाद में राजपूत को लोकायुक्त पुलिस ने मुचलके पर रिहा कर दिया।
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