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पंजाब की युवती से चलती ट्रेन में रांची-मुरी स्टेशन के बीच गैंगरेप किया गया. यह घटना झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के बोगी नंबर एस थ्री में छह फरवरी की रात घटी जिससे झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास दुखी हैं. मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि दिल्ली से रांची आ रही ट्रेन में एक बिटिया के साथ दरिंदगी की खबर से मन द्रवित है. बिटिया को हर मुमकिन मेडिकल सुविधा सरकार उपलब्ध कराएगी. दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
नई दिल्ली। बीती 6 फरवरी के दिन दिल्ली से आ रही आनंद विहार-रांची एक्सप्रेस में तीन युवकों द्वारा चलती ट्रेन में बलात्कार का शिकार हुई पीड़िता ने घटना से आहत होकर खुदकुशी करने की कोशिश की।
बता दें 19 वर्षीय छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मुरी स्टेशन के समीप एस-3 बोगी में करीब रात 12 बजे किया गया, जिसके बाद तनाव में आकर इस छात्रा ने 8 फरवरी के दिन जहर खा लिया।
हालांकि, वक्त पर अस्पताल पहुंचने की वजह से रेप पीड़िहता की जान बचा ली गई है लेकिन सदमे की वजह से वो कुछ बोल नहीं पा रही है। फिलहाल, पीड़िता अस्पताल में उपचाराधीन है।
सदमे के कारण वो कुछ भी नहीं कह पा रही थी। अब जाकर उसने किसी तरह हिम्मत जुटाकर मामले का खुलासा किया। शुक्रवार को पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। एक एसआइटी का भी गठन किया गया है ताकि शीघ्र ही मामले का पर्दाफाश हो और आरोपितों को गिरफ्तार किया जा सके। पीड़ित छात्रा पंजाब के फजिल्का की रहने वाली है। रांची के कडरू स्थित एक संस्थान में पढ़ाई करती है।
छात्रा के जहर खाने के बाद उसे गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद चुटिया पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पीड़िता का फर्द बयान लिया और रांची जीआरपी थाने को भेज दिया है। जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी छानबीन शुरू कर दी है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि पांच फरवरी को आनंद विहार स्टेशन से रात के दस बजे ट्रेन पर चढ़ी थी। दूसरी रात करीब 12 बजे रांची स्टेशन से पहले मुरी के पास एक युवक आया और उसके मुंह को दबा दिया।
इसके बाद अन्य तीन युवकों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। आरोपियों ने पूरी लाइट बुझा दी थी। संभवत: तब बोगी में अन्य यात्री नहीं थे। दुष्कर्म करने के बाद युवक रांची से पहले ही ट्रेन से उतर गए। पीड़िता ने बताया कि घटना के बाद उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई। तनाव में आकर उसने जहर खा लिया।
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