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भारतीय राजनयिक देवयानी के साथ अमेरिकी बदसलूकी के मामले में उस समय एक नया मोड़ आ गया जब इंटरनेट पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो गया जिसके बारे में दावा किया जा रहा था कि ये देवयानी की तलाशी का वीडियो है. लेकिन गौर से देखने पर लगता है कि यह वीडियो किसी भारतीय महिला का नहीं बल्कि विदेशी महिला का है.
अमेरिकी विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मैरी हार्फ ने कहा, ‘हम वीडियो से परिचित हैं, यह खोब्रागडे का फुटेज नहीं है. हम इसे खतरनाक और उकसाने वाली जालसाजी कहेंगे.’ अमेरिकी प्रवक्ता हार्फ के मुताबिक, ‘वीडियो की प्रामाणिकता की जांच किए बिना ही इसे कुछ न्यूज वेबसाइटों पर डाला गया है. यह वीडियो गलत है. यह परेशान करने वाली, गैर जिम्मेदाराना हरकत है और मैं इसकी निंदा करती हूं.’
लेकिन अमेरिकी सफाई आने से पहले ही इंटरनेट पर ये वीडियो बहुत तेजी से वायरल हुआ और हालात ऐसे बने कि अमेरिका को खुद सामने आकर सफाई देनी पड़ी.
वेब साइट्स पर बताया जा रहा है कि ये उस वक्त का वीडियो है जब देवयानी के कपड़े उतार कर तलाशी ली जा रही थी. इस फुटेज को सीसीटीवी फुटेज बताया जा रहा था. वीडियो में महिला की शक्ल स्पष्ट नहीं है, हालांकि वह चिल्ला रही है.
इधर भारत सरकार ने अमेरिकी दूतावास और अन्य प्रतिष्ठानों में विदेशी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है. यह कार्रवाई अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोब्रागडे की गिरफ्तारी और अपमान के जवाब में की गई है. अमेरिकी दूतावास नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित अमेरिकन सेंटर, हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता स्थित मिशनों में अक्सर अमेरिकी फिल्मों का प्रदर्शन करता है. भारतीय प्रशासन ने सख्त शब्दों में लिखे पत्र में कहा है कि अब सभी को 21 जनवरी से सक्षम भारतीय अधिकारियों से औपचारिक अनुमति लेनी होगी नहीं तो कार्रवाई की जाएगी.
अमेरिकी राजनयिकों को नए परिचय पत्र दिए गए हैं, जो उन्हें किसी गंभीर अपराध से बचाने में मदद नहीं करेंगे. राजनयिकों के परिवार वालों को अब राजनयिक पहचान पत्र नहीं मिलेंगे.
वॉशिंगटन में अमेरिकी विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मेरी हार्फ ने कहा है कि भारतीय राजनयिक मामले में दोनों देशों के रिश्तों में सब कुछ ठीक नहीं है. इसे ठीक करने की जरूरत है.
देवयानी खोब्रागडे का कथित वीडियो देखने के लिए यहाँ नीचे किसी लिंक पर क्लिक करें..