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भिवानी। सिटी थाना पुलिस ने करोङों रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का भांडाफोङ कर बङी कामयाबी हांसील की है। पुलिस के हत्थे चढे गिरोह के दो सदस्यों ने बताया है कि वो देश के अनेक राज्यों में सस्ती दरों पर ऋण दिलाने, मोबाइल टावर लगवाने, आरबीआई से बोनस दिलवाने तथा एटीएम बंद होने का नाम लेकर ठगी करते थे।
मेज पर रखी ये पासबुक, चैकबुक, लाखों की नगदी, जेवर, दर्जनों सीएम कार्ड किसी दूकान में रखी हुई नहीं हैं, बल्कि सिटी थाना पुलिस द्वारा ठगों से की गई बरामदी है। दरअसल भिवानी निवासी धर्मदेव ने सिटी थाना पुलिस में कुछ दिनों पहले शिकायत दी थी कि कुछ लोगों ने उसे फोन कर आरबीआई से उसके लाखों रुपये का बोनस दिलाने के नाम पर 70 लाख रुपये की ठगी कर ली। पुलिस ने जब इस बारे में जांच शुरु की तो मामला हैरानी करने वाला पाया। पुलिस ने इस मामले में दिल्ली के उतम नगर निवासी अशोक उर्फ बिट्टू तथा हांसी के उतम नगर निवासी हरीष उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया।
जब सिटी थाना पुलिस ने बिट्टू व सोनू से पुछताछ की तो उन्होने बताया कि उनका एक गिरोह है, जो लोगों को फोन कर उन्हे सस्ती दरों पर ऋण दिलाने, मोबाइल टावर लगवाने, आरबीआई से बोनस दिलाने तथा एटीएम बंद होने का नाम लेकर ठगी करते थे। इन ठगों ने अपना मोबाइल नेटवर्क पूरे देश में फेलाया और अनेक लोगों को निशाना बनाया। फिलहाल पुलिस पकङ में आने के बाद ये आरोपी अपनी आर्थिक कमजोरी की मजबूरी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि वो तो इस ठग गिरोह में 4-5 हजार रुपये मासिक की नौकरी कर रहे हैं। उन्होने बताया कि उन्हे ये भी पता नहीं कि गिरोह का सरगना कौन है।
वहीं मामले की जांच कर रहे सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर श्रीभगवान ने बताया कि इस गिरोह के निसाने पर अनपढ या कम पढे लिखे लोग निशाने पर थे। ये अखबारों में विज्ञापन देकर व लोगों को सिधे फोन कर उन्हे अलग-अलग तरीके से निशाना बनाते और उनका काम करवाने के लिए हजारों से लेकर लाखों रुपये तक अपने खाते में डलवा लेते और अपना-अपना हिस्सा बांट लेते।
उन्होने बताया कि आरोपियों से 32 चैक बुक, 46 पास बुक, 47 एटीएम, डेढ लाख रुपये की नगदी, तीन सोने की अंगुठी, एक चैन व एक हार बरामद किया है। उन्होने बताया कि अब स्पेशल टीम बना कर गिरोह के सरगना को गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। पुलिस को उम्मीद है कि गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद लाखों लोगों से की गई ठगी का खुलासा हो सकेगा।
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