दहशत बरकरार, गांव में छाया सन्नाटा
छतरपुर। बच्चों को अगवा करने वाले अपहरणकर्ताओं का पुलिस को अब तक सुराग नहीं लगा है। आधा सैकड़ा जवानों की पांच टुकडिय़ा जंगल में अलग-अलग जगहों पर सर्चिंग कर रही हैं। वहीं बच्चों के मुक्त होने के बाद भी गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। लोग भयभीत हैं। हालांकि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
बिजावर टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि अपहरण का मुख्य आरोपी प्रमोद दुबे और एक अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 5 टीमें सटई क्षेत्र के जंगल में लगातार सर्चिंग कर रही हैं। हालांकि अभी तक आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हंै। गौरतलब है कि गुरुवार को हत्या के आरोपी इनामी बदमाश प्रमोद दुबे और एक अन्य व्यक्ति ने ऐरोरा गांव से 7 बच्चों समेत 9 लोगों का अपहरण कर लिया था। 44 घंटे की सघन सर्चिंग के दौरान शनिवार दोपहर करीब 12 बजे पुलिस ने आमने-सामने की मुठभेड़ में अमरपुरा और नंदगांय बट्टन के बीच स्थित पहाड़ी से सभी अपहृत बच्चों को सकुशल बचा लिया था। हालांकि पुलिस को चकमा देकर आरोपी भाग निकले थे। जिनकी अब भी तलाश जारी है। स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को एसपी शियास ए. ने क्षेत्र का दौरा किया।
बदमाश भले ही पुलिस से अपनी जान बचाने के लिए मारे-मारे घूम रहे हों लेकिन गांव में उनकी दहशत अभी भी बरकरार है। बच्चों के मुक्त होने के बाद भी रविवार को गांव में सन्नाटा छाया रहा। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटे जालिम के भाई एवं गांव के सचिव मुन्नीलाल अहिरवार का कहना है कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते ग्रामीणों का भय खत्म नहीं होगा। हालांकि एसडीओपी अखिलेश मिश्रा ने गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक गांव में पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
डरने की जरूरत नहीं
पुलिस की अलग-अलग टीमें जंगल के कोने-कोने की तलाश कर रही हैं। आरोपी पुलिस से बचकर भाग नहीं सकते। ग्रामीणों को डरने की जरूरत नहीं है। आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
- अखिलेश कुमार मिश्रा, एसडीओपी बिजावर
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