मुलताई। नगर में बुधवार रात की तूफानी बारिश ने एैसा कहर ढाया कि छिन्दवाड़ा हाईवे मार्ग से परसठानी की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित पुलिया से तीन युवक बाईक सहित बह गए। सुबह सूचना मिलते ही पुलिस सहित एसडीएम सीएल चनाप एवं अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा बैतूल से एसडीईआरएफ की गोताखोर टीम बुलाई गई जिन्होने दो बाईक सहित एक शव निकाला।
शाम तक गोताखोरों द्वारा दो अन्य युवकों की तलाश जारी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर में कन्या हाईस्कूल के सामने निवास करने वाले लक्की पिता कैलाश बारंगे उम्र लगभग 22 वर्ष अपने दोस्त आकाश विश्वकर्मा एवं दीपेश धारपुरे के साथ परसठानी गया था जहां से वह रात में वापस लौट रहा था। बारिश के कारण महिलावाड़ी के पास स्थित पुलिया पर से पानी जा रहा था इसलिए दोस्तों ने उसे पुलिया पार करने से मना किया लेकिन लक्की नहीं माना एवं पुलिया पार करने की जिद करने लगा इस पर दोनों दोस्त बाईक से उतर गए तथा लक्की बाईक से पुलिया पार करने लगा इसी दौरान पानी का तेज बहाव आने के कारण लक्की बाईक सहित बह गया।
यह देखकर आकाश तथा दीपेश घबरा गए तथा उन्होने वापस महिलावाड़ी पहुंचकर सरपंच दिनेश पठाड़े सहित ग्रामीणों को इसकी सूचना दी जिस पर सरपंच सहित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। इधर ग्रामीणों ने जब तलाश की तो नदी में से दो बाईक निकली जिसकी जानकारी हासिल की गई तो पता चला कि खड़कवार निवासी रघुनाथ देशमुख तथा गजमलढाना निवासी कृष्णा डिगरसे भी बाईक सहित लापता हैं जिससे यह संभावना व्यक्त की गई कि दोनों उसी पुलिया से बारिश में तेज बहाव के कारण बह गए।
खोजने पर डेम के किनारे झाडिय़ों में फंसा मिला रघुनाथ का शव
बताया जा रहा है कि कृष्णा डिगरसे तथा रघुनाथ देशमुख बैंक के काम से बुधवार लगभग 10 बजे मुलताई आए थे लेकिन वे वापस कब हुए इसकी जानकारी परिजनों को भी नही मिली। मृतक रघुनाथ के छोटे भाई श्रीराम देशमुख ने बताया कि उनका बड़ा भाई रघुनाथ कोआपरेटिव बैंक मुलताई गया था तथा रात में जब रघुनाथ को फोन लगाया गया तो उनका मोबाईल बंद था। इधर सुबह जब गोताखोर टीम द्वारा खोज की गई तो रघुनाथ का शव बूकाखेड़ी डेम में झाडिय़ों में फंसा हुआ मिला जिसे किनारे पर लाया गया। इधर पुलिस द्वारा पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए मुलताई भेजकर मर्ग कायम किया गया। परिजनों ने बताया कि रघुनाथ खेती करता था तथा कृष्णा भी खेती के साथ मजदूरी भी करता था इसलिए दोनों ही बैंक के काम से मुलताई गए थे तथा भारी बारिश के कारण पुलिया पर हादसा हुआ।
शाम तक चलती रही दो युवकों की खोज
बैतूल से पहुंची एसडीईआरएफ की गोताखोर टीम द्वारा सुबह 11 बजे से शाम तक बोट के द्वारा बूकाखेड़ी बांध में जगह-जगह बहे युवकों की तलाश की गई लेकिन शाम तक सफलता नही मिल पाई थी। गोताखोर टीम के राजा रघुवंशी ने बताया कि सुबह 11 बजे से तलाश करने पर एक घंटे बाद रघुनाथ का शव मिल गया था लेकिन उसके बाद शाम 6 बजे तक दूसरा कोई शव नही मिला। उन्होने बताया कि बूकाखेड़ी बांध का एरिया बहुत बड़ा है इसलिए तलाश करने में विलंब हो रहा है लेकिन अंधेरा होने तक तलाश की जाएगी।
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