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रतलाम // विशेष संवाददाता
रतलाम। पुलिस ने एक ऐसी महिला का पर्दाफाश किया, जो शादियां करके लोगों को लूटती थी। हर बार नया-नया पति बनाती थी और उसको ठग कर फिर नया पति बनाने का गौरखधंधा करती थी । इस कार्यकलापों में उसके सहयोगी भी थे, जो इस गौरखधंधे में शामिल थे।
शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि जो महिला बदल-बदल कर शादियां कर रही थी उसका नाम मिनाक्षी है, जिसके पिता धार जिले के नौगांव में विद्युत मंडल के सेवानिवृत्त लाईनमेन थे, जो बाद में इंदौर में रहने लगा।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक महेन्द्र मॉडल स्कूल सैलाना के बायपास पर 29 जुलाई को एक पेड़ पर लटका हुआ मिला था, मृतक के पास से मोबाइल में दर्ज नंबरों के आधार पर उसके घर का पता लगा और यह जानकारी मिली कि 26 जुलाई को उसने मिनाक्षी नाम की लड़की से मेरिज ब्यूरो के माध्यम से कोर्ट में हार माला डालकर नोटरी के आधार पर शादी की थी, जिसके बदले में मृतक ने दो लाख रुपये मिनाक्षी के भाई गजेन्द्र और मेरिज ब्यूरो वालों को 50 हजार का चेक दिया था।
28 जुलाई को मिनाक्षी का भाई गजेन्द्र व उसके साथी कार से महेन्द्र की भुआं के घर ग्राम गोरड़ी राजस्थान से मृतक और उसकी पत्नी मिनाक्षी को अपने साथ ले गए। मृतक की पत्नी मिनाक्षी ,उसके भाई गजेन्द्र व उसके साथियों की तलाश के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया तो उसमें पाया कि मिनाक्षी का पिता सेवानिवृत्त होकर ग्राम बारोली इंदौर में रह रहा है। लोकेशन के आधार पर तलाश करने पर पुलिस मिनाक्षी तक पहुंच गई।
मिनाक्षी से पूछताछ पर उसने पुलिस को बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व अपने पति को छोड़कर अपने माता-पिता के साथ रह रही थी, बाद में उसने भी विवाद होने के कारण वह अकेली रहने लगी। उस दौरान उसकी मुलाकात पुष्पेन्द्र दुबे नामक व्यक्ति जो उत्तरप्रदेश का रहने वाला है ,वह गजेन्द्र पुरोहित के नाम से मिनाक्षी का भाई बना, उसी के कहने पर मिनाक्षी शादी कर थी और एक-दो दिन बाद गजेन्द्र मिनाक्षी को वापस ले जाता था। मिनाक्षी को एक शादी के 10 हजार रुपये मिलते थे।
इस प्रकार मिनाक्षी ने राजस्थान में तीन, गुजरात व नीमच में 5 अलग-अलग नकली शादियां की और छटी शादी 26 जुलाई को गजेन्द्र व सारिका उर्फ संगीता के कहने पर महेन्द्र कलाल के साथ राजस्थान के गोरडी गांव में जाकर कोर्ट में की। उसके बाद 28 जुलाई को पुष्पेन्द्र उर्फ गजेन्द्र को मिनाक्षी ने फोन लगाकर कहा कि मुझे ले जाओ तो गजेन्द्र, उसके साथ एक अन्य लड़का, उसकी पत्नी राजस्थान में महेन्द्र के घर लेने आए और मिनाक्षी और महेन्द्र को साथ लेकर इंदौर की ओर निकले। सैलाना टोल नाके के आगे महेन्द्र ने गाड़ी में विवाद किया तो उसे उतारकर यह लोग इंदौर चले गए।
एसपी ने बताया कि पुष्पेन्द्र उर्फ गजेन्द्र मिनाक्षी का फर्जी भाई जो मुलत: उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। इंदौर में रहकर सारिका उर्फ संगीता निवासी मंडलेश्वर के साथ मिलकर गिरोह का संचालन करता है। दोनों ही किराये का मकान लेकर जगह-जगह बदलते रहे। फिलहाल दोनों फरार है।
पुलिस ने बांसवाड़ा के मुकेश जोशी जो गिरोह का संचालक उसके विरूद्ध नामजद व उसके साथी व मृतक की पत्नी मिनाक्षी के विरूद्ध संदेही के रुप में धारा 365 के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। चूकि घटना की शुरूआत बांसवाड़ा राजस्थान से हुई है। इसलिए अग्रिम कार्रवाई के लिए बांसवाड़ा पुलिस को मिनाक्षी को सुपुर्द किया जा रहा है।
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