रेखा – भारतीय सिनेमा की सदाबहार अदाकारा |
रेखा, जिनका असली नाम भानुरेखा गणेशन है, भारतीय फिल्म जगत की सबसे प्रतिष्ठित और सदाबहार अभिनेत्रियों में से एक हैं। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1954 को चेन्नई में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बचपन में तेलुगु फिल्मों से की और बाद में हिंदी सिनेमा में कदम रखा।
रेखा, जिनका असली नाम भानुरेखा गणेशन है, भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। उन्होंने 180 से अधिक फिल्मों में काम किया है और उन्हें अपने अभिनय के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और तीन फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं.
रेखा का जन्म 10 अक्टूबर 1954 को हुआ था. उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में तेलुगु फिल्म "रंगुला रत्नम" से की थी. इसके बाद, उन्होंने 1970 में "सावन भादो" से हिंदी फिल्मों में डेब्यू किया. रेखा को "उमराव जान" (1981) में उनकी भूमिका के लिए बहुत सराहा गया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला. उन्होंने 1990 के दशक में कई फिल्मों में काम किया, लेकिन 2000 के दशक में, उन्होंने सहायक भूमिकाएँ निभानी शुरू कर दीं
रेखा ने *उमराव जान*, *सिलसिला*, *खूबसूरत*, *मुक्ति*, *इजाजत* और *खून भरी मांग* जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। *उमराव जान* के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
रेखा ने "खून भरी मांग", "खिलाड़ियों का खिलाड़ी", "कामसूत्र", "जुबैदा", "लज्जा", "कोई... मिल गया", "कृष", "बचके रहना रे बाबा", "कुड़ियों का है ज़माना", और "यात्रा" जैसी फिल्मों में काम किया है
रेखा की सुंदरता, आत्मविश्वास और नजाकत ने उन्हें भारतीय सिनेमा की आइकन बना दिया। वह एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने समय के साथ खुद को न केवल बदला, बल्कि हर दौर में प्रासंगिक बनाए रखा।
उनकी रहस्यमयी पर्सनालिटी और क्लासिक स्टाइल आज भी दर्शकों और नई पीढ़ी के कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। रेखा वास्तव में बॉलीवुड की एक जीवंत किंवदंती हैं।

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