जॉनी वॉकर जी ने जब नूरजहां जी को शादी के लिए प्रपोज़ किया |
जॉनी वॉकर जी ने जब नूरजहां जी को शादी के लिए प्रपोज़ किया तो नूरजहां जी ने एक शर्त रख दी। नूरजहां जी ने जॉनी साहब से कहा,"देखो जॉनी, अगर तुम मुझसे शादी करना चाहते हो तो तुम्हें सिगरेट पीना छोड़ना पड़ेगा। एकदम छोड़ना पड़ेगा।"
इत्तेफाक से जब इन दोनों की ये बातें हो रही थी तब भी जॉनी वॉकर सिगरेट ही पी रहे थे। उस ज़माने में वो बहुत सिगरेट पिया करते थे। लेकिन नूरजहां जी की बात सुनकर जॉनी वॉकर बोले,"बस इतनी सी बात? ठीक है, आज के बाद मैं सिगरेट को हाथ भी नहीं लगाऊंगा।" और उन्होंने फौरन अपने हाथ में मौजूद सिगरेट को फेंक दिया। जॉनी और नूरजहां जी के बेटे नासिर खान बताते हैं कि उस दिन के बाद वाकई में फिर कभी जॉनी वॉकर साहब ने सिगरेट को हाथ नहीं लगाया।
नूरजहां जी से जॉनी की मुलाकात गुरूदत्त साहब की फिल्म आर पार के सेट पर हुई थी। जॉनी इस फिल्म में एक बड़े अहम किरदार में थे। और नूरजहां जी ने उनकी प्रेमिका का किरदार निभाया था। दोनों पर एक गीत भी पिक्चराइज़ किया गया था जिसके बोल थे 'अरे ना ना ना ना, तौबा तौबा।' रील लाइफ का रोमांस रियल लाइफ में कब तब्दील हो गया ये पता ही नहीं चल सका। आर पार फिल्म में नूरजहां जी की बड़ी बहन एक्ट्रेस शकीला ने भी एक बड़ा ही अहम किरदार निभाया था।
बात अगर नूरजहां जी के बारे में हो तो बताना ज़रूरी है कि फिल्म इंडस्ट्री में नूरजहां जी नूर के नाम से मशहूर थी। कई लोग उन्हें नूर महल के नाम से भी जानते हैं। नूर जी ने कुछ फिल्मों में बतौर बाल कलाकार भी काम किया था। उनमें से एक थी 1946 में आई अनमोल घड़ी। नूर जी ने उस फिल्म में मलिका-ए-तरन्नुम नूरजहां के बचपन का किरदार निभाया था।
और चूंकी इनका नाम भी नूरजहां ही था तो उस फिल्म के मेकर्स ने ही इनका नाम नूरजहां से बदलक नूर महल कर दिया था। बाद में ये सिर्फ नूर नाम से पहचानी गई। आज जॉनी वॉकर साहब की पुण्यतिथि है। 29 जुलाई 2003 को जॉनी वॉकर का निधन हुआ था। जॉनी वॉकर जी को नमन।

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