Toc News, 1 Jan. 2017
लखनऊ : यूपी में चाचा भतीजे की जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। कल हुए सियासी ड्रामे के बाद अब यूपी से एक और बड़ी खबर आ रही है।
खबर है कि ''शिवपाल यादव ने सपा के सारे पदों से इस्तीफा दे दिया है। कल दिनभर हुए ड्रामे के बाद शाम को अखिलेश और मुलायम की बीच सुलह हो गई। जिससे शिवपाल यादव नाराज बताए जा रहे हैं।
खबर है कि पार्टी मुलायम ने अखिलेश हाथों में पूरी तरह सौंप दी है और इस बात से उनके भाई शिवपाल यादव बुरी तरह नाराज हैं। उन्होंने सपा के हर पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। इस्तीफे को लेकर रविवार को शिवपाल ने मुलायम के घर जाकर उनसे मुलाकात की है।
वहीं सोशल मीडिया पर उड़ रही अफवाहों का यकीन करें तो शिवपाल यादव भाजपा में जा सकते हैं। अमर सिंह और शिवपाल के बीच बात बनती नजर आ रही है।
आज समाजवादी पार्टी का विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया गया है। ये बैठक जनेश्वर मिश्र पार्क में होने वाली है। रामगोपाल यादव की ओर से बुलाए गए इस राष्ट्रीय अधिवेशन में कुछ बड़े फ़ैसले लिए जा सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक अधिवेशन में अमर सिंह को पार्टी से निकाला जा सकता है और अखिलेश यादव को कार्यवाहक अध्यक्ष और पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। साथ ही शिवपाल यादव को लेकर भी कोई प्रस्ताव आ सकता है।
इससे पहले शनिवार को अखिलेश से मिलने के बाद मुलायम ने उनकी बर्ख़ास्तगी वापस ली। साथ ही रामगोपाल का निष्कासन भी वापस लिया गया। शिवपाल ने मीडिया में आकर कहा कि अब सब कुछ ठीक हो गया है, लेकिन आज गाज उन्हीं पर गिरती दिख रही है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को पार्टी में घमासान के बीच मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव और आजम खान की बैठक के बाद अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है। अब एक बार फिर दोनों की पार्टी में वापसी हो गई है। माना जा रहा है कि आजम खान ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई।
उसी का नतीजा है कि एक बार फिर सुलह की गुंजाइश बनी और सपा सुप्रीमो ने बैठक खत्म होने के तत्काल बाद अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के निष्कासन को रद्द करते हुए उनकी पार्टी में वापसी का फैसला लिया।
इस बैठक में शिवपाल और अबू आजमी भी मौजूद थे। बैठक में आजम ने अखिलेश के साथ मिलकर अमर सिंह को निकालने की मांग भी की। आजम ने कहा कि अगर अमर सिंह को निकाला जाता है तो सब ठीक होगा।
लखनऊ : यूपी में चाचा भतीजे की जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। कल हुए सियासी ड्रामे के बाद अब यूपी से एक और बड़ी खबर आ रही है।
खबर है कि ''शिवपाल यादव ने सपा के सारे पदों से इस्तीफा दे दिया है। कल दिनभर हुए ड्रामे के बाद शाम को अखिलेश और मुलायम की बीच सुलह हो गई। जिससे शिवपाल यादव नाराज बताए जा रहे हैं।
खबर है कि पार्टी मुलायम ने अखिलेश हाथों में पूरी तरह सौंप दी है और इस बात से उनके भाई शिवपाल यादव बुरी तरह नाराज हैं। उन्होंने सपा के हर पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। इस्तीफे को लेकर रविवार को शिवपाल ने मुलायम के घर जाकर उनसे मुलाकात की है।
वहीं सोशल मीडिया पर उड़ रही अफवाहों का यकीन करें तो शिवपाल यादव भाजपा में जा सकते हैं। अमर सिंह और शिवपाल के बीच बात बनती नजर आ रही है।
आज समाजवादी पार्टी का विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया गया है। ये बैठक जनेश्वर मिश्र पार्क में होने वाली है। रामगोपाल यादव की ओर से बुलाए गए इस राष्ट्रीय अधिवेशन में कुछ बड़े फ़ैसले लिए जा सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक अधिवेशन में अमर सिंह को पार्टी से निकाला जा सकता है और अखिलेश यादव को कार्यवाहक अध्यक्ष और पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। साथ ही शिवपाल यादव को लेकर भी कोई प्रस्ताव आ सकता है।
इससे पहले शनिवार को अखिलेश से मिलने के बाद मुलायम ने उनकी बर्ख़ास्तगी वापस ली। साथ ही रामगोपाल का निष्कासन भी वापस लिया गया। शिवपाल ने मीडिया में आकर कहा कि अब सब कुछ ठीक हो गया है, लेकिन आज गाज उन्हीं पर गिरती दिख रही है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को पार्टी में घमासान के बीच मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव और आजम खान की बैठक के बाद अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है। अब एक बार फिर दोनों की पार्टी में वापसी हो गई है। माना जा रहा है कि आजम खान ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई।
उसी का नतीजा है कि एक बार फिर सुलह की गुंजाइश बनी और सपा सुप्रीमो ने बैठक खत्म होने के तत्काल बाद अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के निष्कासन को रद्द करते हुए उनकी पार्टी में वापसी का फैसला लिया।
इस बैठक में शिवपाल और अबू आजमी भी मौजूद थे। बैठक में आजम ने अखिलेश के साथ मिलकर अमर सिंह को निकालने की मांग भी की। आजम ने कहा कि अगर अमर सिंह को निकाला जाता है तो सब ठीक होगा।