ब्यूरो प्रमुख // राजेश रजक (सागर //टाइम्स ऑफ क्राइम)
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औषधालय में अव्यवस्थाओं के साथ इस परिसर में नियमित साफ सफाई नहीं की जाती।
मरीजों को परेशानियां उठानी पड़ती है। परिसर में गंदा पानी बहता रहता है।
मच्छरों का प्रकोप बना रहता हैं।
मरीजों को परेशानियां उठानी पड़ती है। परिसर में गंदा पानी बहता रहता है।
मच्छरों का प्रकोप बना रहता हैं।
सागर ।जिला अस्पताल के पीछे बने शासकीय होम्योपैथी अस्पताल औषधालय की स्थापना शासन द्वारा करीब पन्द्रह साल पहले करवाई थी। ताकि होम्योपैथी पद्धति पर विश्वास रखने वाले मरीज यहां आकर अपना इलाज करवा सकें। कुछ साल तक यह औषधालय बराबर मरीजों की सेवा करता रहा लेकिन करीब तीन साल पहले इस औषधालय की स्थिति बहुत खराब हो गई। आज इसकी हालत यह हैं, कि मरीजों को इस औषधालय में चिकित्सीय लाभ नहीं मिल पा रहा हैं। यह औषधालय नियमित न खुलकर हप्ते में दो या तीन दिन खुलता है और किस दिन खुलता है और किस समय खुलता है, यह बात भी निश्चित नहीं हैं। मरीजों का अक्सर यहां आना जाना लगा रहता है, लेकिन जब उन्हें यह औषधालय प्राय: बंद ही मिलता है। जिससे मरीज वहां से निराश होकर चले जाते हैं। शनिवार को भी ऐसा नजारा देखने को मिला। वहां इलाज कराने के लिए कई मरीज आये लेकिन वह बंद मिला।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार औषधालय में इस प्रकार की अनियमितता काफी समय से चल रही है, लेकिन चिकित्सा प्रशासन का ध्यान इस तरफ नहीं हैं। इस औषधालय की व्यवस्था दुरूस्त न होने से यहां अक्सर होम्योपैथी दवाओं का टोटा बना रहता है। यहां होम्यापैथी की पर्याप्त दवाएं उपलब्ध नहीं रहती। औषधालय के एक कर्मचारी ने बताया कि इसके साथ ही यहां स्टॉफ की कमी हैं। औषधालय डॅक्टर कभी-कभी यहां आते हैं। अगर कोई मरीज यहां पर इलाज कराने के लिए आ जाये तो उसे डॉक्टर का इंतजार करना पड़ता हैं या फिर वे जिला अस्पताल में इलाज कराने के लिए चले जाते हैं। काफी समय से यहीं समस्या औषधालय में चल रही हैं।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार औषधालय में इस प्रकार की अनियमितता काफी समय से चल रही है, लेकिन चिकित्सा प्रशासन का ध्यान इस तरफ नहीं हैं। इस औषधालय की व्यवस्था दुरूस्त न होने से यहां अक्सर होम्योपैथी दवाओं का टोटा बना रहता है। यहां होम्यापैथी की पर्याप्त दवाएं उपलब्ध नहीं रहती। औषधालय के एक कर्मचारी ने बताया कि इसके साथ ही यहां स्टॉफ की कमी हैं। औषधालय डॅक्टर कभी-कभी यहां आते हैं। अगर कोई मरीज यहां पर इलाज कराने के लिए आ जाये तो उसे डॉक्टर का इंतजार करना पड़ता हैं या फिर वे जिला अस्पताल में इलाज कराने के लिए चले जाते हैं। काफी समय से यहीं समस्या औषधालय में चल रही हैं।