पिछले दिनों पेट्रोल की
कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद राजनीतिक मोर्चे पर चौतरफा घिरी केंद्र
सरकार के इशारे पर तेल कंपनियों ने आम जनता को थोड़ी सी राहत दे दी है।
शनिवार की शाम तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 2 रुपये कम
करने की घोषणा की। घटी हुई कीमतें शनिवार आधी रात से लागू हो जाएंगी। इसके
पीछे तेल कंपनियों का तर्क है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की
कीमतों में गिरावट आई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि राजनीति दबाव के कारण
सरकार के इशारे पर तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत कम कई है। गौरतलब है कि
पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी के बाद विपक्षी दलों के साथ-साथ यूपीए में
शामिल घटक दल भी इसका विरोध कर रहे थे। यहां तक की सीनियर कांग्रेसी नेता
और रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने इसे जनता के लिए एक बोझ बताया था।
गौरतलब है कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के खिलाफ दी गई एक जनहित याचिका पर तेल कंपनियों, पेट्रोलियम और वित्त मंत्रालय से जवाब मांगा है। कोर्ट ने 20 जून से पहले हलफनामा देने को कहा है। जनहित याचिका में पेट्रोल के दाम कम करने की मांग की गई थी।
विपक्षी दलों ने भी 31 मई को देशव्यापी बंद का आह्वान किया था, जो काफी हद तक सफल रहा था। इसकी के बाद से सरकार पर दाम घटाने का दबाव बढ़ गया था।
गौरतलब है कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के खिलाफ दी गई एक जनहित याचिका पर तेल कंपनियों, पेट्रोलियम और वित्त मंत्रालय से जवाब मांगा है। कोर्ट ने 20 जून से पहले हलफनामा देने को कहा है। जनहित याचिका में पेट्रोल के दाम कम करने की मांग की गई थी।
विपक्षी दलों ने भी 31 मई को देशव्यापी बंद का आह्वान किया था, जो काफी हद तक सफल रहा था। इसकी के बाद से सरकार पर दाम घटाने का दबाव बढ़ गया था।
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