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लूट रही है राजधानी और प्रदेश की जनता
लग रहा सरकार को करोड़ों का चूना
म.प्र. के सभी जिलों मे शराब का काला कारोबार अपनी चरम सीमा पर है शासकीय शराब की दुकानों में ठेकेदारों के साथ मिलकर बी जे पी सरकार मनमाने दामों पर शराब बिकवाइ जा रही है एमआरपी रेट से अधिक मनमाने रूप से पैसा वसूल कर रहे है किसी भी शराब की दुकान में रेट सूची नहीं लगाई गई है जिससे ग्राहकों को शराब के दामों की जानकारी हो सके ग्राहक इन ठेकेदारों की मनमानी से परेसान है यहाँ तक की शहर बीचो बीच अवैध रूप से कई बार संचालित हो रहे है जिला प्रशासन और सरकार की मिली भगत से फल फूल रहा है ये लूट का काला कारोबार ग्रामीण अंचलों में तो बेखोफ़ होकर जगह जगह बेची जा रही है शराब की इस मनमानी बिक्री का कुछ भाग पुलिस को भी समय से मिल रहा है जिसके चलते पुलिस भी कोई कार्यवाही नहीं करती ठेकेदार तो ठेकेदार इनके सेल्समैन भी पीछे नहीं है समय समय के हिसाब से शराब के दामों का बेचना तय करते है अगर बाहरी आदमी है तो एमआरपी से सौ से डेढ़ सौ रूपये तक बड़ा देते है लोकल शहर का है तो एमआरपी से पच्चास से सौ रूपये तक और हाँ ग्यारह बजे के बाद नाईट चार्ज के नाम पर अवैध राशि वसूलते है जबकि शासन से शराब की विक्री एमआरपी रेट से अधिक की नहीं होना चाहिये और शराब की दुकानों को ११ बजे बंद किये जाने के आदेश है लेकिन लगता है की मध्य प्रदेश के लिए कुछ अलग से ही आदेश प्राप्त हुए है ।
लूट रही है राजधानी और प्रदेश की जनता
लग रहा सरकार को करोड़ों का चूना
म.प्र. के सभी जिलों मे शराब का काला कारोबार अपनी चरम सीमा पर है शासकीय शराब की दुकानों में ठेकेदारों के साथ मिलकर बी जे पी सरकार मनमाने दामों पर शराब बिकवाइ जा रही है एमआरपी रेट से अधिक मनमाने रूप से पैसा वसूल कर रहे है किसी भी शराब की दुकान में रेट सूची नहीं लगाई गई है जिससे ग्राहकों को शराब के दामों की जानकारी हो सके ग्राहक इन ठेकेदारों की मनमानी से परेसान है यहाँ तक की शहर बीचो बीच अवैध रूप से कई बार संचालित हो रहे है जिला प्रशासन और सरकार की मिली भगत से फल फूल रहा है ये लूट का काला कारोबार ग्रामीण अंचलों में तो बेखोफ़ होकर जगह जगह बेची जा रही है शराब की इस मनमानी बिक्री का कुछ भाग पुलिस को भी समय से मिल रहा है जिसके चलते पुलिस भी कोई कार्यवाही नहीं करती ठेकेदार तो ठेकेदार इनके सेल्समैन भी पीछे नहीं है समय समय के हिसाब से शराब के दामों का बेचना तय करते है अगर बाहरी आदमी है तो एमआरपी से सौ से डेढ़ सौ रूपये तक बड़ा देते है लोकल शहर का है तो एमआरपी से पच्चास से सौ रूपये तक और हाँ ग्यारह बजे के बाद नाईट चार्ज के नाम पर अवैध राशि वसूलते है जबकि शासन से शराब की विक्री एमआरपी रेट से अधिक की नहीं होना चाहिये और शराब की दुकानों को ११ बजे बंद किये जाने के आदेश है लेकिन लगता है की मध्य प्रदेश के लिए कुछ अलग से ही आदेश प्राप्त हुए है ।
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