नई दिल्ली। आस्ट्रेलिया में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में 69 किग्रा वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली यूपी की पूनम यादव को वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने अनुशासनहीनता के चलते सस्पेंड कर दिया है। फेडरेशन की ओर से बताया गया है कि पूनम यादव भारत लौटने के बाद दिल्ली एयपोर्ट से सीधे अपने घर वाराणसी चली गईं थीं।
वेटलिफ्टिंग टीम को पटियाला स्थित कैंप में लौटने के निर्देश दिए गए थे, जबकि वह 10 दिनों तक वाराणसी में अपने घर पर रहीं और सम्मान समारोहों में शिरकत करतीं रहीं। इस दौरान उन्हें फेडरेशन की ओर से नोटिस भी दिया गया लेकिन उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। सस्पेंड होने के बाद एशियन गेम्स के लिए पूनम यादव की दावेदारी पर भी सवाल उठने लगे हैं।
फेडरेशन के सेकेट्री जनरल सहदेव यादव का कहना है कि पूनम यादव के आचरण से पटियाला कैंप में मौजूद अन्य खिलाड़ियों असंतोष था। कैंप के नियम और फेडरेशन की गाइडलाइन सभी खिलाड़ियों के लिए समान है। जिस वजह से फेडरेशन ने उन्हें अस्थायी तौर पर संस्पेंड किया है।
एशियन गेम्स की तैयारी के चलते फेडरेशन ने खिलाड़ियों को छुट्टी नहीं दी थी। फेडरेशन की चिंता पूनम यादव के डोप टेस्ट को लेकर भी है। वर्ल्ड एंटी डोप एजेंसी यानी वाडा में पूनम यादव का पता पटियाला आईएनएस कैंप के रूप में दर्ज है। वाडा किसी भी दिन मात्र एक घंटे के नोटिस पर खिलाड़ियों का डोप सेंपल ले सकती हैं। फेडरेशन ने वाडा में भी पूनम यादव का पता बदलवा कर उनके वाराणसी स्थित आवास पर दर्ज करवा दिया है।
निजी खर्चे पर करवाना होगा डोप टेस्ट -
बताया जा रहा है कि पूनम यादव को अब निजी खर्चे पर अपना डोप टेस्ट करवाकर रिपोर्ट फेडरेशन को सौंपनी होगी। जिसके बाद ही फेडरेशन उनके सस्पेंशन को रद्द करने का फैसला लेगा। आईएनएस ने भी पटियाला वेटलिफ्टिंग कैंप को हिमाचल के शिलारू में स्थानांतरित कर दिया है। जहां 11 मई से ट्रेनिंग शुरू होगी। तीन सप्ताह के कैंप के बाद एशियन गेम्स के लिए 16 सदस्यीय टीम के सिलेक्शन का ट्रॉयल शुरू होगा। जिसके बाद एशियन गेम्स के लिए फाइनल टीम को ट्रेनिंग के लिए इंडोनेशिया भेजा जाएगा।
इस स्थिति को देखते हुए कहा जा रहा है कि पूनम यादव को एशियन गेम्स की टीम में शामिल होने के लिए ट्रॉयल्स से पहले अपना सस्पेंशन खत्म करवाना होगा।
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