जन्मोत्सव पर दोपहर तक चुस्त दुरूस्त प्रशासन शाम को हुआ सुस्त, ताप्ती मंदिर के अलावा भी हुए आयोजन मूक दर्शक बने रहे अधिकारी |
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ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल
मुलताई। नगर में प्रशासन द्वारा मां ताप्ती जन्मोत्सव के पूर्व से ही सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध सहित धार्मिक आयोजन सिर्फ ताप्ती मंदिर में होने की अपील प्रशासन द्वारा आमजन से की जा रही थी।
शनिवार दोपहर तक प्रशासनिक अधिकारी नियमों का पालन कराते भी नजर आए तथा कहीं सार्वजनिक आयोजन नहीं होने दिया गया, लेकिन शाम होते ही दोपहर तक चुस्त दुरूस्त प्रशासन सुस्त नजर आने लगा और ताप्ती मंदिर के अलावा प्रदक्षिणा मार्ग पर जगह-जगह भीड़ वाले आयोजन होने लगे।
जिसकी सूचना अधिकारियों को मिलने के बावजूद एैसे आयोजनों पर प्रतिबंध नही लगा सके। पूरे दिन आमजन को हड़का कर नियमों का हवाला देने वाले अधिकारी शाम को इधर-उधर घूमते नजर आए, वहीं ताप्ती मंदिर के अलावा धड़ल्ले से भीड़वाले आयोजन होते रहे। पूरे मामले में आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि उक्त कार्यक्रमों के आयोजनों के बाद अधिकारी फिर लोगों को नियमों का हवाला देने लगे,जिसे लेकर आमजन में रोष नजर आया।
उक्त मामले मे समाजवादी पार्टी के अनिल सोनी ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल करते हुए कहा है कि अधिकारियों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी परवाह नही की गई तथा ताप्ती प्रदक्षिणा मार्ग पर धड़ल्ले से भीड़ वाले आयोजन संपन्न हुए। इधर नगर के श्रद्धालुओं ने बताया कि पूरे दिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आम श्रद्धालुओं को नियमों का हवाला देकर ताप्ती तट पर भी कोई धार्मिक अनुष्ठान नहीं करने दिया गया,
लेकिन शाम को उस समय सारे नियम शिथिल नजर आने लगे जब ताप्ती तट सहित अन्य मंदिरों के परिसर में खुलेआम भीड़ वाले आयोजन होने लगे और उसमें बड़ी संख्या में लोग भी एकत्रित हुए। नगर के जागरूक नागरिकों ने बताया कि जब प्रशासन लगातार अपील कर सार्वजनिक आयोजन नहीं होने दे रहा था और दोपहर तक नियमों का पालन भी हुआ, लेकिन शाम को फिर कैसे भीड़ वाले आयोजन अधिकारियों के सामने संपन्न हुए। यदि आगे एैसे में कोई कोरोना संक्रमित होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।
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