शिवराज सरकार के एसडीएम और पुलिस की अमानवीय बर्बरता, मासूम बच्चे बिलखते रहें पुलिस ठोकती रही |
जिला गुना // एस के शर्मा : 8989655519
मध्यप्रदेश में एसडीएम और पुलिस के सामने किसान और उसकी पत्नी ने पिया जहर, हालत नाजुक
गुना। ये तस्वीरें मध्य प्रदेश पुलिस की बर्बरता को दिखाती हैं। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासनिक अमले ने अमानवीयता की सारी हदें पार करके एक किसान परिवार को सार्वजनिक तौर पर इतना प्रताड़ित किया कि उसने सबके सामने जहर पी लिया। इसके बावजूद प्रशासनिक अमला दूर खड़े-खड़े मुस्कराता रहा। अफसर इसे नाटक बताते रहे।
लेकिन जब मां-बाप को बेहोश देखकर मासूम बच्चे बिलखने लगे..तो अफसरों को होश आया और आनन-फानन दम्पती को अस्पताल पहुंचाया गया। इस मामले में प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है। जिस जमीन से कब्जा हटाने प्रशासन पहुंचा था, वहां साइंस कॉलेज बनना है।
इस पर किसी ने कब्जा कर रखा है। इस किसान दम्पती को यह जमीन उसने बटिया पर जोतने दे रखा है। किसान दम्पती को इसके बारे में नहीं पता था। उसने खेत में फसल उगा रखी थी। वो मोहलत चाहता था, लेकिन अफसरों ने उसकी एक न सुनी।
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जानकारी के अनुसार, सरकारी पीजी कॉलेज की जमीन पर राजकुमार अहिरवार लंबे समय से खेती कर रहा था। मंगलवार दोपहर अचानक गुना नगर पालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता एसडीएम के नेतृत्व में यहां पहुंचा और राजकुमार द्वारा बोई गई फसल पर जेसीबी चलवानी शुरू कर दी।
जब राजकुमार ने विरोध किया तो उसे पुलिस ने पकड़ लिया। राजकुमार का कहना है कि ये उसकी पैतृक जमीन है। जब जमीन खाली पड़ी थी तो कोई नहीं आया। उसने चार लाख रुपये का कर्ज लेकर जमीन में फसल बोई है। अब फसल पक गई है इसपर जेसीबी न चलाई जाए।
किसान ने कहा कि मेरे परिवार में 10-12 लोग हैं। अब मेरे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। इसके बाद किसान और उसकी पत्नी ने कीटनाशक पी लिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। जिले के वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल पहुंचे हैं।
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