जज और बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, जहरीले आटा ...फूड पॉयजनिंग....और एक महिला
खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036
मध्य प्रदेश के बैतूल जिला न्यायालय में पदस्थ एडीजे और उनके बेटे की हुई मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. एडीजे महेंद्र त्रिपाठी और उनके बड़े बेटे अभियान राज त्रिपाठी की फूड प्वॉइजनिंग से उपचार के दौरान नागपुर में मौत हो गई थी.
एडीजे महेंद्र त्रिपाठी के छोटे बेटे आशीष राज त्रिपाठी ने एक महिला को पापा और भाई की मौत का जिम्मेदार बताते हुए साजिश कर उनको मारने का आरोप लगाया है.
आशीष राज का कहना है कि संध्या सिंह नामक महिला ने पापा को आटा दिया था जिसकी रोटी खाने के बाद उन तीनों की तबीयत बिगड़ी और जिससे पापा और भैया की मौत हो गई.
आशीष ने बताया कि संध्या सिंह पिछले दस सालों से उनके पापा के संपर्क में थीं और कई तरीकों से उनके परिवार को खत्म करने की पहले भी साजिश रच चुकी है.
आशीष ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा, "पापा ने रास्ते में मुझे बताया था कि बेटा यह आटा एक संध्या सिंह नाम की लेडी है, उसने 20 तारीख को कोर्ट के बाहर मुझसे मंगवाया. उसने बोला कि पंडित से पूजा करवाने के लिए चाहिए और अपने घर पर पूरा मिला दीजिएगा तो इससे सब का स्वास्थ्य अच्छा होगा और अच्छी समृद्धि होगी. पापा बोले- बेटा, यह वही आटा था जो मैंने अपने घर के आटे में मिलवा दिया था."
बेटे ने इस बारे में कहा कि बहुत ज्यादा ही क्रूर तरीके से उनके परिवार में हत्या की गई है. 4 लोगों का एक साथ सफाया करना पूरे परिवार का और इसमें कहीं से कहीं उन पर उंगली भी नहीं उठे, ऐसा षड्यंत्रकारी प्लान बनाया गया है.
नागपुर में रविवार को पिता-पुत्र की मौत के बाद उनके शव को कटनी जिले में स्थित उनके गृह ग्राम लाया गया था जहां सोमवार की दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया गया है. एक साथ पिता-पुत्र की मौत से गांव में मातम पसर गया है.
No comments:
Post a Comment