TOC NEWS // सुमित सिंह तोमर
आगर जिले के नलखेड़ा तहसील के ग्राम पिलवास का ,जहां एक महिला किसान प्रकाश कुंवरबाई पति बालू सिंह जाति राजपूत निवासी पिलवास के अपने निजी स्वामित्व की भूमि सर्वे क्रमांक 949 वर्तमान में ड्राईवरटेट भूमि को मुट्ठी में से रेत की भांति फिसलती हुई देख रही है
पीड़ित की भूमि शाजापुर से नलखेड़ा टू लेन रोड निर्माण में MPRDC के अधिकारियों की आंखों में आ गई रोड का सर्वे क्रमांक 947 जो वर्तमान में एक नाले के रूप में परिवर्तित हो चुका है रोड के निर्माण में 947 में नाले के यहां से रोड निकालना अत्यधिक खर्चे का कार्य बनता जा रहा है ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की नियत से MPRDC एवं राजस्व विभाग के अधिकारी SDM सुसनेर विजय डावर एवं नलखेड़ा नायब तहसीलदार चेन सिंह भिलाला की मिलीभगत से पीड़ित महिला प्रकाश कुंवर बाई की सर्वे नंबर 949 लगी हुई भूमि काे सर्वे नंबर 947 की बताकर उस पर अवैध रुप से कब्जा किया जा रहा है
पूर्व में प्रकाश कुंवर बाई को जब मामला संज्ञान में आया कि एमपीआरडीसी को लाभ पहुंचाने की नियत से राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से उनकी जमीन का सर्वे नंबर 949 को शासकीय भूमि का सर्वे नंबर 947 बताकर रोड बनाने का कार्य किया जाएगा इसके लिए प्रकाश कुंवरबाई के द्वारा एक सिविल वाद नलखेड़ा न्यायालय में दायर किया गया जिसका प्रकरण क्रमांक 11 A16 पर दर्ज हुआ
न्यायालय ने मामला संज्ञान में लेते हुए दिनांक. 15 सितंबर 2016 ... को भूमिका नपती के आदेश नलखेड़ा तहसील को देते हुए सर्वे क्रमांक 947 एवं सर्वे क्रमांक 949 का तुलनात्मक सीमांकन कराया ,सीमांकन में प्रकाश कुवर बाई की भूमि की चतुर सीमा को चिन्हित किया गया एवम नलखेड़ा न्यायालय के आदेश दिनांक 6 अक्टूबर 2016 दोनों पक्षों को सुनने के उपरांत स्थगन आदेश जारी करते हुए कलेक्टर महोदय अागर एवं प्रबंधक मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम उज्जैन को निर्देशित किया कि प्रार्थी प्रकाश कुंवर बाई के स्वामित्व एवं अधिपत्य की सर्वे नंबर 949 जिसका रकबा 0. 150 है , भूमि में किसी भी प्रकार का विधिक प्रक्रिया के अनुसार हस्तक्षेप नहीं करें कहा सर्वे नंबर 949 में आप किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं कर सकते बावजूद MPRDC के अधिकारियों एवं राजस्व विभाग के वरिष्ठ कर्मचारियों की मदद से दिनांक 17 5 2017 को न्यायालय के आदेश दिनांक 6-10-2016....... की अवमानना करते हुए 947 की जब नपती करने गए तब ,नलखेड़ा न्यायालय के आदेशानुसार जो नपती कर प्रकाश कुंवर बाई की भूमि चिन्हित की गई थी उसके अंदर शासन प्रशासन के अधिकारियों द्वारा न्यायालय के आदेश को शून्य घोषित कर अपनी मर्जी से नायब तहसीलदार चैन सिंह भिलाला के द्वारा सर्वे नंबर 947 को अवैध रूप से पीड़ित महिला किसान प्रकाश कुवर बाई की भूमि सर्वे क्रमांक 949 में बता दिया है एवं समस्त शासकीय भूमि बताकर एमपीआरडीसी के अधिकारियों द्वारा सर्वे क्रमांक 949 में निर्माण के लिए चूने से लाइन डालकर एवं जेसीबी चलवाई गई
क्या शिवराज सरकार के राज में महिलाओं की ऐसी दुर्गति होगी जिसका उदाहरण प्रकाश कुंवर बाई है जो कानून के अनुसार अपने अधिकार एवं हक की लड़ाई लड़ रही है और न्यायालय के आदेश पर विश्वास करते हुए अपनी भूमि की आस लगाए बैठी है बावजूद राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा अपनी मनमर्जी एवं एम पी आर डी सी के व्यक्तिगत हितों को लाभ पहुंचाने की मंशा से पीड़ित महिला प्रकाश कुंवर बाई को प्रताड़ित किया जा रहा है एवं शासकीय कार्य में बाधा डालने के जुर्म में जेल में डालने की धमकी भी दी जा रही हे, अब पीड़ित महिला कहां जाए, किसके पास न्याय की गुहार लगाए।
शिवराज सरकार ही जाने कि राजस्व विभाग के अधिकारियों को किस प्रकार से निर्देशित कर न्यायालय के आदेश का पालन करवाया जाया।
नायब तहसीलदार चेन सिंह भिलाला के अनुसार हमने माननीय कलेक्टर महोदय एवं SDM महोदय के आदेश पालन में सर्वे नंबर 947 जो कि शासकीय भूमि है जिसका सीमांकन राजस्व विभाग के द्वारा किया गया
- क्या न्यायालय से बढ़कर है राजस्व-विभाग , शिवराज सरकार ही जाने ?
- मध्यप्रदेश , भाजपा शासित राज्य में राजस्व विभाग की मनमानी का मामला
आगर जिले के नलखेड़ा तहसील के ग्राम पिलवास का ,जहां एक महिला किसान प्रकाश कुंवरबाई पति बालू सिंह जाति राजपूत निवासी पिलवास के अपने निजी स्वामित्व की भूमि सर्वे क्रमांक 949 वर्तमान में ड्राईवरटेट भूमि को मुट्ठी में से रेत की भांति फिसलती हुई देख रही है
पीड़ित की भूमि शाजापुर से नलखेड़ा टू लेन रोड निर्माण में MPRDC के अधिकारियों की आंखों में आ गई रोड का सर्वे क्रमांक 947 जो वर्तमान में एक नाले के रूप में परिवर्तित हो चुका है रोड के निर्माण में 947 में नाले के यहां से रोड निकालना अत्यधिक खर्चे का कार्य बनता जा रहा है ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की नियत से MPRDC एवं राजस्व विभाग के अधिकारी SDM सुसनेर विजय डावर एवं नलखेड़ा नायब तहसीलदार चेन सिंह भिलाला की मिलीभगत से पीड़ित महिला प्रकाश कुंवर बाई की सर्वे नंबर 949 लगी हुई भूमि काे सर्वे नंबर 947 की बताकर उस पर अवैध रुप से कब्जा किया जा रहा है
पूर्व में प्रकाश कुंवर बाई को जब मामला संज्ञान में आया कि एमपीआरडीसी को लाभ पहुंचाने की नियत से राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से उनकी जमीन का सर्वे नंबर 949 को शासकीय भूमि का सर्वे नंबर 947 बताकर रोड बनाने का कार्य किया जाएगा इसके लिए प्रकाश कुंवरबाई के द्वारा एक सिविल वाद नलखेड़ा न्यायालय में दायर किया गया जिसका प्रकरण क्रमांक 11 A16 पर दर्ज हुआ
न्यायालय ने मामला संज्ञान में लेते हुए दिनांक. 15 सितंबर 2016 ... को भूमिका नपती के आदेश नलखेड़ा तहसील को देते हुए सर्वे क्रमांक 947 एवं सर्वे क्रमांक 949 का तुलनात्मक सीमांकन कराया ,सीमांकन में प्रकाश कुवर बाई की भूमि की चतुर सीमा को चिन्हित किया गया एवम नलखेड़ा न्यायालय के आदेश दिनांक 6 अक्टूबर 2016 दोनों पक्षों को सुनने के उपरांत स्थगन आदेश जारी करते हुए कलेक्टर महोदय अागर एवं प्रबंधक मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम उज्जैन को निर्देशित किया कि प्रार्थी प्रकाश कुंवर बाई के स्वामित्व एवं अधिपत्य की सर्वे नंबर 949 जिसका रकबा 0. 150 है , भूमि में किसी भी प्रकार का विधिक प्रक्रिया के अनुसार हस्तक्षेप नहीं करें कहा सर्वे नंबर 949 में आप किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं कर सकते बावजूद MPRDC के अधिकारियों एवं राजस्व विभाग के वरिष्ठ कर्मचारियों की मदद से दिनांक 17 5 2017 को न्यायालय के आदेश दिनांक 6-10-2016....... की अवमानना करते हुए 947 की जब नपती करने गए तब ,नलखेड़ा न्यायालय के आदेशानुसार जो नपती कर प्रकाश कुंवर बाई की भूमि चिन्हित की गई थी उसके अंदर शासन प्रशासन के अधिकारियों द्वारा न्यायालय के आदेश को शून्य घोषित कर अपनी मर्जी से नायब तहसीलदार चैन सिंह भिलाला के द्वारा सर्वे नंबर 947 को अवैध रूप से पीड़ित महिला किसान प्रकाश कुवर बाई की भूमि सर्वे क्रमांक 949 में बता दिया है एवं समस्त शासकीय भूमि बताकर एमपीआरडीसी के अधिकारियों द्वारा सर्वे क्रमांक 949 में निर्माण के लिए चूने से लाइन डालकर एवं जेसीबी चलवाई गई
क्या शिवराज सरकार के राज में महिलाओं की ऐसी दुर्गति होगी जिसका उदाहरण प्रकाश कुंवर बाई है जो कानून के अनुसार अपने अधिकार एवं हक की लड़ाई लड़ रही है और न्यायालय के आदेश पर विश्वास करते हुए अपनी भूमि की आस लगाए बैठी है बावजूद राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा अपनी मनमर्जी एवं एम पी आर डी सी के व्यक्तिगत हितों को लाभ पहुंचाने की मंशा से पीड़ित महिला प्रकाश कुंवर बाई को प्रताड़ित किया जा रहा है एवं शासकीय कार्य में बाधा डालने के जुर्म में जेल में डालने की धमकी भी दी जा रही हे, अब पीड़ित महिला कहां जाए, किसके पास न्याय की गुहार लगाए।
शिवराज सरकार ही जाने कि राजस्व विभाग के अधिकारियों को किस प्रकार से निर्देशित कर न्यायालय के आदेश का पालन करवाया जाया।
नायब तहसीलदार चेन सिंह भिलाला के अनुसार हमने माननीय कलेक्टर महोदय एवं SDM महोदय के आदेश पालन में सर्वे नंबर 947 जो कि शासकीय भूमि है जिसका सीमांकन राजस्व विभाग के द्वारा किया गया
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