मत्स्य बीज उत्पादन कार्य का जिला पंचायत सीईओ एवं अपर कलेक्टर ने किया निरीक्षण, सभी मीनाक्षी तालाबों में मत्स्य पालन कराने के निर्देश |
ब्यूरो चीफ बालाघाट // वीरेंद्र श्रीवास : 83196 08778
अपर कलेक्टर श्री राघवेन्द्र सिंह एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह ने आज 15 जुलाई को शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरझड़ का भ्रमण कर मत्स्य बीज उत्पपादन कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मत्स्य बीज उत्पादन की सम्पूर्ण प्रक्रिया को समझा। इस अवसर पर उन्होंने मत्स्य पालकों एवं मीनाक्षी तालाब के हितग्राहियों से मत्स्य पालन एवं झींगा उत्पादन के संबंध में चर्चा भी की। इस दौरान सहायक कलेक्टर श्री दलीप कुमार, वारासिवनी एसडीएम श्री संदीप सिंह, उप संचालक मत्स्योद्योग श्रीमती शशिप्रभा धुर्वे, जनपद पंचायत वारासिवनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संजीव गोस्वामी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अपर कलेक्टर श्री राघवेन्द्र सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रजनी सिंह को उप संचालक मत्स्योद्योग श्रीमती शशिप्रभा धुर्वे ने मत्स्य बीज उत्पादन की सम्पूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष बालाघाट जिले को शासकीय एवं नीजी क्षेत्र में कुल 50 करोड़ स्पान मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के विरूद्ध अब तक जिले में शासकीय क्षेत्र में 8 करोड़ और नीजी क्षेत्रों में भी 8 करोड़ स्पान मत्स्य बीज का उत्पादन किया जा चुका है।
.
मत्स्य बीज उत्पादन के लिए व्यस्क नर एवं मादा मछलियों को इंजेक्शन लगाकर उन्हें वर्षा एवं पानी के बहाव के कृत्रिम वातावरण में रखा जाता है। मछलियों के अंडों को एकत्र कर लिया जाता है और उन्हें जीरा के आकार(स्पान) का होने पर मत्स्य पालकों को तालाब में डालने के लिए वितरित किया जाता है। मुरझड़ के प्रक्षेत्र पर रोहू, कतला, मृगल, कामन कार्प एवं रूपचंदा मछली का बीज तैयार किया जा रहा है।
जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती सिंह ने इस दौरान मुरझड़ के प्रक्षेत्र पर मत्स्य पालकों एवं मनरेगा के अंतर्गत मीनाक्षी तालाब बनाने वाले हितग्राहियों से चर्चा की और मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र के जिले को और आगे ले जाने कहा। उन्होंने कहा कि जिले में जहां कहीं पर भी मीनाक्षी तालाब बनाये गये है, उन सभी में मत्स्य पालन का कार्य किया जाये। ऐसे हितग्राहियों से सम्पर्क कर उन्हें मत्स्य बीज प्रदान किया जाये। उन्होंने बालाघाट जिले में झींगा पालन के क्षेत्र में भी कार्य किये जाने की आवश्यकता बतायी और मत्स्यपालन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिले में ही झींगा बीज उत्पादन के लिए प्रयास करें।
मुरझड़ प्रक्षेत्र पर मत्स्य पालकों से चर्चा के दौरान सहायक मत्स्य अधिकारी श्रीमती मीना कोकोटे, उपयंत्री श्री विष्णु गौतम, मत्स्य निरीक्षक श्री लिल्हारे एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment