Sunday, November 20, 2016

56 इंच वाले सर जी 50 दिन बाद आपको फांसी देने वाला बचेगा कौन?



TOC NEWS
कालेधन की प्राप्ति के लिये आम आदमी के खिलाफ छेड़ी गई ‘देश हित’ की जंग में अब तक 56 मौतें हो चुकी हैं, यह संख्या अभी और बढ़ेगी शायद शतक लगाये या फिर दोहरा तिहरा शतक लगा दे.
सोशल मीडिया पर और संसद में सवाल उठ रहे हैं कि सरकार की गलत नीति से होने वाली इन मौतों की जिम्मेदारी आखिर सरकार की नहीं तो किसकी है ? विपक्ष के इस सवाल का जवाब तो प्रधानमंत्री ने जापान से आते ही दिया था जब उन्होंने कहा था कि पचास दिनों में अगर कोई समस्या आये तो उन्हें जिंदा जला देना।
दरअसल प्रधानमंत्री ने अपने लिये कोई भी सजा, सजा ऐ मौत से कम नहीं चुनी है। वे अक्सर चुनावी सभा में कहते थे कि सौ दिन में अगर कालाधन वापस (स्विस बैंक/विदेश की बात थी देश की नहीं) न ला पाऊं तो उन्हें फांसी पर चढ़ा देना वे सो दिन तो क्या हजार दिनों में भी कालाधन वापस नहीं ला पाये मगर किसी ने उनसे पूछने की जरूरत नहीं समझीं की सौ दिन गुजर चुके हैं अब वे अपने वादे के मुताबिक फांसी पर लटक जायें। फिर उन्होंने अगला लॉलीपॉप दिया कि दलितों को न मारा जाये, चाहे तो उन्हें गोली मार दी जाये।
यह भाषा न तो किसी प्रधानमंत्री की लगती है और न ही उस ‘शूरमा’ की जिसकी छाती का साईज बकौल उसके 56 इंच है। अब अगला सवाल है करेंसी बैन पर फैली आर्थिक अराजकता का, जिसमें अब तक 56 लोगों की जानें जा चुकी हैं इत्तेफाक देखिये यह संख्या प्रधानमंत्री की छाती के साईज तक जा पहुंची है। प्रधानमंत्री ने जैसा कहा कि 50 दिन बाद किसी को समस्या आये तो जिंदा जला देना, अव्वल तो यह समस्या 50 दिन से ज्यादा चलने वाली है और अगर 50 दिन में इस पर काबू भी कर लिया गया और लाशों की संख्या दोहरे या तिहरे शतक पर पहुंच गई तब उनके लिये कौन जिम्मेदार होगा ? क्या सरकार की गलत नीति के कारण मरे इन लोगों को न्याय मिलेगा ?
क्या प्रधानमंत्री पर इन लोगों की हत्या का मुकदमा चलेगा ? क्योंकि ये लोग मरे नहीं बल्कि मारे गये हैं एक मनमानी नीति को देशहित का नाम देकर इनकी हत्या की गई है। इन लोगों के पास पैसे थे मगर उसके बाद भी दवा नहीं खरीद पाये क्योंकि करेंसी बैन थी, सरकार ने कहा था कि अस्पतालो में पुरानी करेंसी चल सकेगी मगर अस्पतालो ने करेंसी ली ही नहीं। ये मौत अगर किसी आतंकी हमले में हुई होती तो अब तक भावनाऐं भड़क चुकी होती, मीडिया में चर्चा परिचर्चा का दौर शुरु हो चुका होता, अखबारो के पृष्ठ नये नये मास्टरमाईंड प्रस्तुत कर रहे होते मगर ये मौत सरकार के गलत फैसले से हुई हैं इसलिये सरकार के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं हो पा रही है।
कहीं हम खामोश रहकर लोकतंत्र को तानाशाही में तो नहीं बदल रहे हैं ? आखिर क्या वजह है कि सरकार के एक गलत फैसले ने अपने ही देश के इतने नागरिक मार डाले और किसी ने चूं तक नहीं की। सरकार नहीं जानती क्या किन लोगो के पास कालाधन है ? अगर सरकार को नहीं मालूम कि कालाधन किसके पास है फिर आयकर विभाग किस लिये बनाया गया है ? अक्सर मुद्दा उठता था कि कालाधन रखने वाले वालो के नाम बताये जायेंगे फिर वे नाम क्यों नहीं बताये गये ? क्या वे नाम इतने बड़े हैं कि सरकार को भी उनसे डर लगता है?
बजाय सरकार ने कालेधन के आरोपियो के नाम सार्वजनिक करने के आम जनता को लाईन में लगा दिया। ऊपर से तुर्रा यह कि यह तो देशहित में हो रहा है यह कैसा देश हित जो सप्ताह भर में 56 जिंदगियां निगल गया ? क्या ऐसे बेवकूफी, तानाशाही से सुसज्जित फैसले को देश हित कहा जायेगा ? भाजपा के भाड़े के गुंडे बैंकों पर लगी लाईन में जाकर पत्रकारों को धमका रहे हैं ताकि वे अवाम की परेशानियों को न दिखायें, यह कैसा देश हित है ?
जिसने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। उसके सामने दोहरी मार है वह मजूरी करने जाये लाईन में लगे। यह भी एक तरह का आतंकवाद ही जो दूसरे देशो में धर्म व नस्ल भेद के नाम पर आया था और भारत में राष्ट्रवाद का लबादा ओढ़कर फल फूल रहा है। आखिर इन लाशों का कातिल कौन है ? ध्यान रहे जितने लोग करेंसी बेन के चलते हैं उनके पास एक फूटी कौड़ी भी काले धन की नहीं थी बल्कि वे तो अपनी ही गाढी कमाई हासिल करने के लिये मर गये।
उनमें से न तो किसी का स्विस बैंक में कोई खाता था और न ही उन्होंने बिस्तरों, या सूटकेश में छिपाकर नोटों की गड्डियां रखी थी। मगर स्विस बैंक से जो कालाधन वापस आना था वह अभी तक नहीं आ पाया है। और न ही उस पर कोई चर्चा हो रही है।

No comments:

Post a Comment

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news