TOC NEWS
मैनपुरी। जिला जेल से फरार कैदियों का अभी तक कोई पता नही चला है। जेल प्रशासन की बड़ी चूक के बाद डीआईजी जेल शरद कुमार ने जेल का औचक निरीक्षण किया और जेलर समेत अन्य 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया।
मैनपुरी। जिला जेल से फरार कैदियों का अभी तक कोई पता नही चला है। जेल प्रशासन की बड़ी चूक के बाद डीआईजी जेल शरद कुमार ने जेल का औचक निरीक्षण किया और जेलर समेत अन्य 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया।
इस कार्रवाई से बौखलाए जेलर समेत अन्य लोगों ने जेल अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाये हैं। पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि कैदियों को भगाने की साजिश में जेल अधीक्षक वीके सिंह शामिल हैं।
जेल अधीक्षक जानबूझकर होली के दिन कारगार में नही आए थे। जेलर के मना करने के बावजूद भी 16 सिपाहियों को अवकाश दे दिया गया। जहां बैरिक का निर्माण हो रहा है।
वहां होली के दिन कोई सिपाही नहीं लगाए गए। जेल अधीक्षक अय्याशी में मकशूल रहते हैं। लखनऊ और दिल्ली से लड़कियां बुलाई जाती हैं। जेल में शराब भी सप्लाई करायी जाती है। जेल अधीक्षक जेल पर नहीं आते हैं।
जेलर सुरेश मिश्रा ने अधीक्षक वीके सिंह पर संगीन आरोप लगाए हैं। जेलर ने बताया कि जेल अधीक्षक दो दिन से जेल नहीं आ रहे थे। कैदी फरार होने के दिन भी अधीक्षक जेल पर नहीं आए। केवल मुझ पर और 5 सिपाहियों पर कार्रवाई होना गलत है। इसमें जेल अधीक्षक स्वयं दोषी है। होली जैसे सेंसटिव फेस्टिवल के दिन जेल आना अनिवार्य होता है। अगर ये आए होते तो जेल से बंदी फरार नहीं होते।
No comments:
Post a Comment