सट्टे की परमीशन देने मांगी 20 हजार की रिश्वत लेते पनागर थाने का सिपाही गिरफ्तार |
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जिला ब्यूरो चीफ जबलपुर // प्रशांत वैश्य : 79990 57770
जबलपुर. सट्टे की परमीशन देने मांगी थी फरयादी ललित तिवारी से 30 हजार की रिश्वत, 20 हजार में सौदा हुआ था तय, लोकायुक्त ने रूपए लेते रंगे हाथों धर दबोचा, पनागर थाने में पदस्थ है सिपाही, पनागर थाना प्रभारी संदीप अयाची भी आए जांच के दायरे में, थाना प्रभारी पर सिपाही कपिल के माध्यम से रिश्वत लेने की बात आ रही है सामने।
पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर सटोरियो व बदमाशों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को भी कुछ पुलिसकर्मी कमाई का जरिया बना चुके हैं, इसकी बानगी आज शुक्रवार 25 जनवरी की देर शाम पनागर में सामने आयी, जहां पर थाने के बाजू में ही एक वरिष्ठ आरक्षक एक युवक को यह धमकाकर रिश्वत ले रहा था कि वह उसे सट्टा खिलाने के मामले में गिरफ्तार कर लेगा, इस बात की जानकारी आवेदक ने लोकायुक्त को दी, जिस पर लोकायुक्त की टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए आरक्षक को धरदबोचा.
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े के मुताबिक पनागर निवासी ललित तिवारी ने शिकायत की थी कि पहले वह सट्टा खिलाता था, लेकिन काफी समय से वह यह धंधा छोड़कर प्रॉपर्टी का काम करने लगा, इस बात की जानकारी पनागर पुलिस को भी है, किंतु थाना का आरक्षक कपिल चौबे, उसे पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान कर रहा है, आरक्षक का कहना है कि इन दिनों जुआरी, सटोरियों सहित अन्य बदमाशों पर कार्रवाई का टारगेट है, उसे टारगेट पूरा करना है, इसलिए वह उसे भी सटोरिया बताकर पकड़ लेगा, इसलिए वह उसे 20 हजार रुपए दे. इस शिकायत पर आरक्षक को रंगे हाथों पकडऩे का प्लान बनाया गया.
जिसके तहत आवेदक ललित तिवारी को 20 हजार रुपए पाउडर लगाकर देने के लिए भेजा गया. योजना के मुताबिक ललित ने आरक्षक कपिल चौबे को फोन लगाकर थाना के समीप ही स्थित मनोज स्वीट्स के सामने बुलाया और उसने जैसे ही 20 हजार रुपए दिये, वैसे ही पहले ही मौके की ताक पर खड़ी लोकायुक्त की टीम ने आरक्षक को धरदबोचा. आरक्षक को थाना ले जाया गया. जहां पर उसके कपड़े उतारकर जब्त किये क्योंकि आरक्षक ने रिश्वत की राशि पेेंट की जेब में रखी थी.
आश्चर्य इस बात पर व्यक्त किया जा रहा है कि थाना प्रभारी संदीप अयाची की नाक के नीचे उनके मातहत आरक्षक रिश्वत की मांग करते रहे औैर प्रभारी को इस बात की जानकारी नहीं लगी. क्षेत्र में चर्चा है कि बगैर टीआई की सहमति से आरक्षक की इतनी हिम्मत नहीं कि वह रिश्वत की मांग करे. इस कार्रवाई में लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े, टीआई कमलसिंह उईके, आस्कर किंडो, आ. अतुल श्रीवास्तव, सोनू चौकसे, शरद पांडे, राकेश विश्वकर्मा शामिल रहे. लोकायुक्त की टीम ने आरक्षक को रंगे हाथ पकडऩे की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी है. इस कार्रवाई से पुलिस में हड़कम्प की स्थिति बनी हुई है.
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