ललितपुर गांव के एक ओझा ने इसका उपचार किया था और यह जीवित बच गई। इसके बाद से नाग के काटने का सिलसिला शुरु हो गया है। साल में करीब तीन से चार बार काला नाग काटता है। और हर बार ललितपुर का ओझा इसे जीवित बचा लेता है।
सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि सांप काटने से पहले सपने में आकर बता जाता है कि वह काटने आ रहा है। गांव वाले और सविता के पति का मानना है कि यह पूर्वजन्म का कोई मामला है। सविता मनुष्य बन गई और वह सांप मनुष्य योनि से सर्पयोनी में पहुंच गया है। लेकिन इन दोनों का कोई पुराना हिसाब अधूरा है।
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