Toc News
छतरपुर / जिले की महराजपुर नगर पालिका के इंजीनियर महेश असाटी आज फिर कार्यालय में बैठ कर अपने पुराने कारनामो को निपटाने में जुटे रहे । इन उपयंत्री महोदय का १५ दिन पहले रायसेन जिले की उदयपुरा नगर पंचायत के लिए स्थानांतरण हो गया है । उदयपुरा जाने के पहले वे अपने दस्तावेजों को दुरुस्त करने में जुटे हैं । इस गंभीर मसले पर उन्हें नगरीय निकाय के वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओ का संरक्षण मिला हुआ है ।
आर टी आई एक्टिविस्ट खेमराज चौरसिया ने बताया की असाटी जी की मिली भगत से महराजपुर नगर पालिका में बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं । जिसकी जानकारी मांगने पर परिषद ने जानकारी भी नहीं दी ॥ परिषद ने 22 साल बाद कबाड़ नीलाम किया । ८ दिस १५ को नीलाम किये गए इस कबाड़ में वह सामान भी बेच दिया गया जो लिस्ट में था ही नहीं । लाखों का माल सिर्फ साढे तीन लाख में बेच दिया गया ॥ स्टोर में पिछले पांच सालों की गई खरीद फरोख्त की जानकारी 2700 रु जमा कराने के बाद भी परिषद द्वारा नहीं दी जा रही है ॥ उपयंत्री असाटी ने नगर में सड़कों के निर्माण , और टंकी निर्माण और अन्य निर्माण कार्यों में व्यापक भ्रस्टाचार किया है । अब उसी को कागजो में ठीक करने के लिए वे अब स्थानांतरण के बाद भी काम कर रहे हैं ।
इस मामले पर जब सागर के उप संचालक नगरीय निकाय एन के जैन से पूंछा गया तो उन्होंने बताया की हमे जैसे ही यह जानकारी लगी है हमने तत्काल वहां के सी एम ओ को निर्देशित किया है की वो तत्काल रिलीव करे ।
छतरपुर / जिले की महराजपुर नगर पालिका के इंजीनियर महेश असाटी आज फिर कार्यालय में बैठ कर अपने पुराने कारनामो को निपटाने में जुटे रहे । इन उपयंत्री महोदय का १५ दिन पहले रायसेन जिले की उदयपुरा नगर पंचायत के लिए स्थानांतरण हो गया है । उदयपुरा जाने के पहले वे अपने दस्तावेजों को दुरुस्त करने में जुटे हैं । इस गंभीर मसले पर उन्हें नगरीय निकाय के वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओ का संरक्षण मिला हुआ है ।
आर टी आई एक्टिविस्ट खेमराज चौरसिया ने बताया की असाटी जी की मिली भगत से महराजपुर नगर पालिका में बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं । जिसकी जानकारी मांगने पर परिषद ने जानकारी भी नहीं दी ॥ परिषद ने 22 साल बाद कबाड़ नीलाम किया । ८ दिस १५ को नीलाम किये गए इस कबाड़ में वह सामान भी बेच दिया गया जो लिस्ट में था ही नहीं । लाखों का माल सिर्फ साढे तीन लाख में बेच दिया गया ॥ स्टोर में पिछले पांच सालों की गई खरीद फरोख्त की जानकारी 2700 रु जमा कराने के बाद भी परिषद द्वारा नहीं दी जा रही है ॥ उपयंत्री असाटी ने नगर में सड़कों के निर्माण , और टंकी निर्माण और अन्य निर्माण कार्यों में व्यापक भ्रस्टाचार किया है । अब उसी को कागजो में ठीक करने के लिए वे अब स्थानांतरण के बाद भी काम कर रहे हैं ।
इस मामले पर जब सागर के उप संचालक नगरीय निकाय एन के जैन से पूंछा गया तो उन्होंने बताया की हमे जैसे ही यह जानकारी लगी है हमने तत्काल वहां के सी एम ओ को निर्देशित किया है की वो तत्काल रिलीव करे ।
No comments:
Post a Comment