मायावती ने कहा है कि अगर मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारों ने भारत बंद के दौरान दलितों पर दर्ज हुए केस वापस नहीं लिए तो बसपा इन सरकारों से समर्थन वापस ले लेगी मायावती ने मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारों को समर्थन वापस लेने की चेतावनी दी आईएएनएस बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को चेतावनी दी है.
स्क्रोल डॉट इन के मुताबिक कांग्रेस के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारों से मायावती ने भारत बंद के दौरान दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा है, ‘अगर दोनों राज्यों की सरकारें ऐसा नहीं करतीं तो इन्हें बाहर से दिए जा रहे समर्थन पर बसपा पुनर्विचार करेगी.’ मायावती ने आगे कहा, ‘भारत बंद के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित अनेक राज्यों में दलितों के खिलाफ राजनीतिक और जातिगत द्वेष के साथ मामले दर्ज किए थे. ऐसे राज्यों में उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं.
अब जबकि मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की नई सरकार बन चुकी है तो उन्हें ऐसे झूठे मामलों को बिना देरी के वापस ले लेना चाहिए.’ मध्य प्रदेश और राजस्थान के हाल में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी. हालांकि इन दोनों ही राज्यों में बहुमत से उसकी सीटें कम रह गई थीं. तब बसपा ने कांग्रेस को बिना मांगे ही समर्थन देने की घोषणा की थी.
मध्य प्रदेश की 230 सीटों वाली विधानसभा में बसपा के दो जबकि राजस्थान की 200 सीटों की विधानसभा पार्टी के छह विधायक हैं. इससे पहले इसी साल अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) कानून में सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बदलाव किए थे. इस पर दलित संगठनों ने ऐतराज जताते हुए भारत बंद बुलाया था. दो अप्रैल के उस भारत बंद के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा और आगजनी की घटनाएं देखते को मिली थीं.
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