उज्जैन// डॉ. अरुण जैन (टाइम्स ऑफ क्राइम)
कागज पर मौजूद और जमीन से नदारद तीन बलराम और 42 खेत तालाब के मूल्यांकन और अनुदान भुगतान में सहायक भूमि संरक्षण अधिकारियों की मिलीभगत परिलक्षित हो रही है। इसकी खास वजह यह है कि उक्त कार्यों में अधिकारियों की भूमिका के साथ स्थान ही बदले हैं। ऐसे में इन पर गाज गिरने की आशंका है। कृषि उत्पादन आयुक्त के निर्देश पर की गई जाँच में 3 बलराम और 42 खेत तालाब जमीन पर नहीं मिले हैं। इनके अनुदान का भुगतान कर दिया गया है। खास बात यह सामने आई है कि मूल्यांकन कार्य एवं अनुदान भुगतान राशि के वितरण में जो अधिकारी शामिल थे, उनके स्थान और भूमिका बदल गई है। मसलन जिस अधिकारी ने एक मापकर्ता सर्वेयर के रूप में कार्य को अंजाम दिया है तो इसी अधिकारी ने दूसरे स्थान पर मूल्यांकनकर्ता या अनुदान भुगतानकर्ता अधिकारी की भूमिका भी निभाई है। इसका उल्लेख भौतिक सत्यापन प्रतिवेदन में किया गया है। साफ है कि अनुदान भुगतान में मिलीभगत से अनियमितताओं को अंजाम दिया गया है।ये थे अधिकारी - 3 बलराम और 42 खेत तालाब में मापकर्ता सर्वेयर, मूल्यांकन कर्ता-कृषि विकास अधिकारी और अनुदान भुगतानकर्ता-सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी के रूप में कार्य करने वाले एमएस बिल्गैया, डीएस भदौरिया, आरसी माहोर, आरसी ठाकुर, एसएल गंगारेकर, वीके देराश्री, एमपी सुमन, आरके सूर्यवंशी, एमएस तोमर, संजीव उमठ, एसपी शाक्या, बीके गुप्ता, जीपी राठौर, पीके चौकसे, एएल गर्ग, जेएस राजपूत शामिल हैं।सात माह लगे सत्यापन में - तालाब बनाने में भारी अनियमितता की शिकायत के बाद वर्ष 2006-07 से वर्ष 2008-09 तक बनाए गए बलराम तालाब और खेत तालाब का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए गए थे। तालाब निर्माण में अनियमितता की शिकायत पर कृषि उत्पादन आयुक्त एमके राय ने कलेक्टर को पत्र लिखकर तालाबों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर डॉ. एम. गीता ने जाँच का कार्य तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ को सौंपा था। भौतिक सत्यापन के लिए 3 सहायक परियोजना अधिकारियों के अलग-अलग दल बनाकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा था। दल को जिले में 3 बलराम और 42 खेत तालाब की कोई संरचना नहीं मिली है।यहाँ नहीं मिले बलराम तालाब - जाँच दल को उज्जैन विकासखंड के ग्राम असलाना, घट्टिया के ग्राम गुढा और बडनग़र विकास खंड के ग्राम पालसोद में बलराम तालाब नहीं मिला है। इसमें कृषकों को कुल 2 लाख 40 हजार रुपए का अनुदान दिया गया है।नहीं मिली संरचना - भौतिक सत्यापन के लिए गठित जाँच दल को उज्जैन तहसील में 5, बडनग़र में 16, खाचरौद तहसील में 21 खेत तालाबों की संरचना नहीं मिली है। इसमें कृषकों को लाखों रुपए का अनुदान दिया गया है। कुल थे 84 तालाब - कृषि विभाग के अनुसार वर्ष 2006-07 से 2008-09 के मध्य जिले में 84 तालाब का निर्माण किया गया था। इसमें संरचना के आकार को आधार बनाते हुए 6 हजार 700 रुपए से लेकर 16 हजार 350 रुपए तक का अनुदान दिया गया था। इसी प्रकार प्रत्येक बलराम तालाब के लिए प्रत्येक कृषक को 80 हजार रुपए का अनुदान दिया गया है
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