भोपाल। मध्यप्रदेश की भोपाल केंद्रीय जेल से भागे स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आतंकियों ने फरार होने से पहले गला रेतकर जिस सिपाही को शहीद कर दिया, उनकी बेटी का विवाह एक माह बाद होने वाला था। उत्तरप्रदेश के बलिया के राजपुर के हल्दी गांव के रहनेवाले रमाशंकर यादव के घर जैसे ही यह खबर पहुंची पूरे गांव में मातम छा गया। घटना की जानकारी दीपावली की रात को ही दे दी गई थी। जिसके बाद तुरंत ही घर वाले भोपाल के लिए रवाना हो गए थे।
भोपाल जेल घटना में शहीद हुआ गार्ड रमाशंकर यादव |
शहीद रमाशंकर यादव का पूरा परिवार
देशभक्ति का अनुपम उदाहरण कहा जा सकता है। वे स्वयं तो पुलिस की सेवा में रहते हुए देश के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे, वहीं उनके दोनों बेटे भी पिता के पद्चिन्हों पर चलते हुए देशभक्ति की अलख जगा रहे हैं।स्व. यादव के दो बेटे बताए जाते हैं और दोनों ही बेटे सेना में हैं। पिता की मौत की सूचना मिलते ही वे भोपाल के लिए निकल पड़े थे। गौरतलब है कि भोपाल की जेल से फरार होने से पूर्व तकरीबन मध्यरात्रि के वक्त 2 से 3 बजे के बीच जेल की के बी ब्लाक में बंद सिमी के 8 आतंकवादियों ने बैरक तोड़ने के बाद हेड कांस्टेबल रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या कर दी।
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