बॉलीवुड के बाबा यानी संजय दत्त ने पहली बार बेटी त्रिशला के करियर के बारे में बात करते हुए कहा कि जब मुझे पता चला था कि उसका मन हीरोइन बनने का है तो मैंने साफ कर दिया था कि टांगे तोड़कर घर में बैठा दूंगा।
खबरों के अनुसार, संजय दत्त ने कहा त्रिशाला का अभिनय का सपना है लेकिन उनकी हमेशा इच्छा रही कि वह अपराध विज्ञान (forensic science) में अपना करियर बनाए। 57 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई-लिखाई में काफी वक्त एवं उर्जा लगायी और वह नहीं चाहते कि वह बॉलीवुड में आए।
संजय दत्त ने आगरा में पत्रकारों से कहा, ‘मैंने उसे अच्छे कॉलेज में पहुंचाने में काफी वक्त और उर्जा लगायी तथा उसने भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उसे अपराध विज्ञान में महारत है मैं सोचता हूं कि यह करने के लिए बहुत बड़ी चीज है।’
‘भूमि’ फिल्म से अभिनय के क्षेत्र में वापसी के लिए शूटिंग कर रहे अभिनेता ने कहा, ‘यदि वह फिल्मोद्योग से जुड़ना चाहती है तो उसे हिंदी सीखनी पड़ेगी क्योंकि अमेरिकी (अंग्रेजी) यहां काम नहीं करेगी। कलाकार बनना आसान नहीं है। यह आसान दिखता जरूरत है लेकिन यह बड़ा मुश्किल है।’ जेल की सजा काटने के बाद उमंग कुमार निर्देशित ‘भूमि’ उनकी पहली फिल्मी है।
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