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जयपुर में आज अमित शाह की प्रेस कांफ्रेंस में मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर कुछ पत्रकारों ने सवालों का ऐसा गोला दागा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बगले झांकने लगे और बड़ी बेशर्मी से अमित शाह ने कह दिया कि उन्हें मजीठिया वेजबोर्ड के बारे में कुछ नहीं मालूम। अमित शाह पर सवालों का ये गोला दागा था राजस्थान के मजीठिया क्रांतिकारी अमित मिश्रा ने।
दरअसल आज राजस्थान की राजधानी जयपुर के भाजपा मीडिया सेंटर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की प्रेस कांफ्रेंस थी। इस प्रेस कांफ्रेंस में अमित शाह राजस्थान में चुनाव को लेकर अपनी पार्टी की फिर से बहुमत से सरकार बनने का दावा पत्रकारों के सामने कर रहे थे। बाद में उन्होंने अपनी सरकार का गुणगान किया। सवाल जवाब का सिलसिला चला तो जयपुर के मजीठिया क्रांतिकारी अमित मिश्रा ने अमित शाह से सवाल पूछा कि देश के अधिकांश राज्यों में आपकी सरकार है, सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद भी पूरे देश मे एक भी अखबार मालिक ने जस्टिस मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिश लागू नहीं किया, आखिर क्यों।
इस पर अमित शाह पहले तो बात करने को तैयार नहीं हुए फिर अमित मिश्रा से कहा कि आप जनता से जुड़े सवाल पूछिये, जिस पर अमित मिश्रा ने कहा कि पत्रकार भी जनता का ही हिस्सा होता है। अमित शाह ने काफी बेशर्मी से कहा कि पूछो पूछो, क्या पूछना है। अमित मिश्रा ने अपना सवाल फिर दोहराया तो अमित शाह ने कहा कि उन्हें मजीठिया वेजबोर्ड नहीं मालूम, वे अखबार मालिकों से बात करेंगे।
इस पर अमित मिश्रा ने कहा कि हमारी तो लड़ाई ही अखबार मालिकों से चल रही है, तो अमित शाह ने सवाल टालते हुए कहा वे इस मुद्दे को देखेंगे। आपको बता दें कि अमित मिश्रा ने राजस्थान पत्रिका प्रबंधन के खिलाफ जस्टिस मजीठिया वेजबोर्ड के हिसाब से अपने बकाये का क्लेम लगाया हुआ है और 2014 में उन्होंने राजस्थान पत्रिका प्रबंधन के खिलाफ माननीय सुप्रीमकोर्ट में अवमानना की याचिका भी लगाई है. कंपनी ने उन्हें क्लेम लगाने के बाद 2015 में निलंबित और जुलाई 2016 में बर्खास्त कर दिया था। अपने तेवर और सरोकार के कारण अमित मिश्रा की हर तरफ तारीफ हो रही है।
अमित मिश्रा ने सभी पत्रकारों से निवेदन किया है कि नेताओं की प्रेस कांफ्रेंस में मजीठिया वेज बोर्ड का मुद्दा जरूर उठायें ताकि उनकी नींद खुले। आपको बता दें कि अमित शाह साफ साफ मजीठिया मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं कि उन्हें इस वेज बोर्ड के बारे में नहीं पता क्योंकि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में जारी भारतीय जनता पार्टी के घोषणापत्र में साफ साफ दावा किया गया था कि भाजपा की सरकार बनी तो पत्रकारों के लिए मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिश लागू किया जाएगा। इस घोषणापत्र को खुद अमित शाह ने ही मीडिया के सामने जारी किया था।
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