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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला करार देते हुए शुक्रवार(15 फरवरी) को कहा कि उनकी पार्टी और पूरा विपक्ष इस वक्त सरकार एवं अपने सुरक्षा बलों के साथ खड़ा है। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि पूरा देश जवानों के साथ है और आतंकवाद से किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।
मनमोहन सिंह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल राहुल गांधी ने कहा कि ‘यह बहुत भयावह त्रासदी है। आतंकवाद का मकसद हमारे देश को तोड़ना और बांटना है लेकिन मैं यह साफ कहना चाहता हूं कि इस देश को कोई भी शक्ति तोड़ नहीं सकती, बांट नहीं सकती। पूरा विपक्ष अपने सुरक्षा बलों और सरकार के साथ खड़ा है।’ उन्होंने कहा, ‘यह हमला हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला हुआ है। जिन लोगों ने भी यह किया है मालूम होना चाहिए कि यह देश इस तरह के हमले को भूलता नहीं है।’
वहीं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘यह बहुत दुखद घटना है, पूरा देश शोकाकुल है। यह आक्रमण किसी एक व्यक्ति, सुरक्षा बलों पर नहीं, बल्कि पूरे देश पर है।’
सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और मनमोहन सिंह के बयान की लोग खूब तारिफ कर रहें है। लोगों का कहना है कि इन दोनों से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सांसद मनोज तिवारी सहित बीजेपी के कई नेताओं को आईना दिखाने वाला काम दिया है।
देखिए कुछ ऐसे ही ट्वीट
गौरतलब है कि, पुलवामा की घटना की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपना एक राजनैतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिया तो वही दूसरी ओर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में चुनावी सभा को संबोधित करते नजर आए। वहीं, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी प्रयागराज में संगीत के एक कार्यक्रम में लोगों का मनोरंजन करते नजर आए वो भी तब जब पूरी दुनिया इस हमले के बाद ग़ुस्से में था। वहीं, घटना के बाद भी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तमिलनाडु में एआईएडीएमके नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर बातचीत कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, मनोज तिवारी और रविकिशन प्रयागराज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि जब देश शोक में डूबा है तो मनोज तिवारी इस तरह के कार्यक्रमों में शिरकत क्यों कर रहे हैं? उन्हें जवानों के परिवारों के साथ खड़ा होना चाहिए।
सोशल मीडिया पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की इस बात के लिए कड़ी आलोचना हो रही है कि पुलवामा में आतंकी हमले में बड़ी तादाद में जवानो के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद भी उक्त नेताओं ने अपने कार्यक्रमों को स्थगित नहीं किया। ट्विटर पर यूजर्स ने कड़ी आलोचना करते हुए अलग अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलवामा की घटना की जानकारी मिलने के बाद लखनऊ में होने वाले प्रेस कांफ्रेंस को रद्द कर दिया था। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर ही दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानो को श्रद्धांजलि दी और कहा कि शहीद जवानो के परिवारों के प्रति पूरी हमदर्दी जताते हुए कहा कि दुःख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार(14 फरवरी) को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 42 जवान शहीद हो गए जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले के बाद सीआरपीएफ ने कश्मीर घाटी और राज्य में अन्य स्थानों पर अपने सभी प्रतिष्ठानों को ‘अति सतर्कता’ बरतने का अलर्ट जारी किया है।
गौरतलब है कि सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में यात्रा कर रहे थे जब आतंकवादियों ने बृहस्पतिवार को दोपहर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा के लातूमोड़ में घात लगाकर हमला किया। ज्यादातर जवान छुट्टी के बाद फिर से ड्यूटी पर लौट रहे थे। पुलिस ने फिदायीन हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में की है। अधिकारियों ने बताया कि वह 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था।
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