डी.जी.चौरे //जिला प्रतिनिधि बालाघाट
भारत रत्न डॉं.भीमराव आंबेडकर एक बहुजन राजनैतिक नेता और एक बौद्ध पुनरूत्थान वादी एवं भारतीय विधिवैता भारतीय संविधान के षिल्पकार थे। बाबा साहब ने कानून की उपाधि प्राप्त करने के साथ ही विधि अर्थ षास्त्र व राजनैतिक विज्ञान मे अपने अध्यन और अनुसंधान के कारण कोलबिंया विष्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ एकोनामिक्स से कई डॉक्ट्रेट की डिग्रिया अर्जित की। और अपने देष को एक प्रसिद्ध विधवान के रूप में लौटाये इसके बाद उन्होने कुछ साल तक वकालत का अभ्यास किया और कुछ पत्रिकाओं का भी प्रकाषन किया जिनके द्वारा भारतीय अष्यप्रस्यों के राजनैतिक अधिकारों और सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत की। 08 अगस्त 1930 को एक षोशित वर्ग के सम्मेलन के दौरान आंबेडकर ने अपनी राजनैतिक दृश्टि को दुनिया के सामने रखा जिसके अनुसार षोशित वर्ग की सुरक्षा उसके कांग्रेस और सरकार दोनो से स्वतंत्र होने में है। हमे अपना रास्ता स्वयं बनाना होगा। स्वयं राजनैतिक षक्ति से षोशितो की समस्याओं का निवारण नही हो सकता ।उनका उद्धार समाज में उचित स्थान पाने मे निहित है। अपने भाशण मे डॉ.बाबा साहब ने कांग्रेस और गांधी द्वारा चलाये जा रहे नमक सत्याग्रह की षुरूआत की। आलोचना की ।बाबा साहन अस्प्रष्य समुदाय में बढ़ती लोकप्रियता और जन समर्थन के चलते उनको 1931 में लंदन में दूसरे गोनमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। यहां उनकी अछूतो को पृथक निर्वाचिका देने के मुद्दे पर तीखी बहस हुई धर्म और जाति के आधार पर पृथक निवाचिका देने के प्रबल विरोधी गांधी ने आंषका जताई अछूतो को दी गई पृथ्क निवाचिका हिंदू समाज की भावी पीढ़ी का हमेषा के लिये विभाजित कर देगी। उसी समय से डॉ.बाबा साहब आंबेडकर के मस्तिश्क यह बात आई कि अस्पृष्य लोगो को हिंदू समाज से अलग करने में ही भलाई है। इसी का बाबा साहब ने आंकलन कर 14 अक्टूबर 1956 को अपने 05 लाख अनुयायी के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली यह महासम्मेलन दीक्षा भूमि नागपुर में सम्पन्न हुआ। बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर ने धर्म देकर सारे संसार से जोड़ दिया। और ऐसे धर्म को दिया जो मानवतावादी है।
14 अप्रैल 2011 को बालाघाट आंबेडकर चौराहे पर मंचीय कार्यक्रम रखा गया। नगरपालिका अध्यक्ष रमेष रंगलानी के द्वारा अपने संबोधन में डॉ.बाबा साहब आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा को आंबेडकर चौक मेें स्थापित करने की बात कही। एवं मध्यप्रदेष षासन के केबिनेट मंत्री गौरी षंकर बिसेन ने नगरपालिका के अनुरूप 01 वर्श के भीतर ही डॉं. बाबा साहब आंबेडकर की विषाल प्रतिमा स्थापित हो जायेगी। जिसका अनावरण प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चौहान द्वारा किया जावेगा। और आज से ही प्रदेष में स्पर्ष अभियान जलाभिशेक अभियान सबको षिक्षा अधिकार,खेती का लाभ व्यवसाय बनाने जैसी योजनाओं का ेप्रांरभ किया गया।
14 अप्रैल 2011 को बालाघाट आंबेडकर चौराहे पर मंचीय कार्यक्रम रखा गया। नगरपालिका अध्यक्ष रमेष रंगलानी के द्वारा अपने संबोधन में डॉ.बाबा साहब आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा को आंबेडकर चौक मेें स्थापित करने की बात कही। एवं मध्यप्रदेष षासन के केबिनेट मंत्री गौरी षंकर बिसेन ने नगरपालिका के अनुरूप 01 वर्श के भीतर ही डॉं. बाबा साहब आंबेडकर की विषाल प्रतिमा स्थापित हो जायेगी। जिसका अनावरण प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चौहान द्वारा किया जावेगा। और आज से ही प्रदेष में स्पर्ष अभियान जलाभिशेक अभियान सबको षिक्षा अधिकार,खेती का लाभ व्यवसाय बनाने जैसी योजनाओं का ेप्रांरभ किया गया।
No comments:
Post a Comment