कालाधन वापस लाओ: आडवाणी की चिंघाड़
विनय जी. डेविड // भोपाल (टाइम्स ऑफ क्राइम)
विनय जी. डेविड MOB 09893221036
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काला धन... काला धन... काला धन...वापस लाओ... वो भी थोड़ा बहुत नहीं 300 लाख करोड़ से ज्यादा का वादा। बड़ी तेज तर्रार लहजे में वकालत करने का मौका एक बार फिर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की रैली के आखिरी दिन गुवाहटी में मिल गया। आडवाणी ने कहा कि विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस देश में नहीं ला पाने के लिए केन्द्र सरकार दोषी है वहीं केन्द्र सरकार के कुछ लोगों के शामिल होने का बड़ा कारण बताया। आडवाणी ने कहा की आजादी के बाद से 300 लाख करोड़ से ज्यादा कालाधन विदेशी बैंकों मे जमा कराया जा चुका हैं। उन्होंनें प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर काले धन को वापस लाकर देश के विकास में लगाने की बात कहीं है। परन्तु दर्द इस बात का है कि इस आवाज के साथ भाजपा के नेताओं का साथ न मिला ये आवाज आडवाणी की पहले भी अकेली थी और अब 9 जनवरी को निकली तो अकेली थी। भाजपा प्रदेश शासित राज्यों ने भी इस कालाधन वापस लाने की कोई वकालत नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा लगता है यह मुहिम मात्र आडवाणी वाणी रह जायेंगी। ''टाइम्स ऑफ क्राइम '' आडवाणी बोल की कद्र करता है और इस मुहिम में प्राप्त जानकारी के अनुसार एवं गुजरात के अंकलेश्वर के रहने वाले श्री ए.के. बकानी ने संस्था ''हिन्दुस्तान समाजवादी प्रजातंत्र सेना '' (इंडिया) द्वारा इस कालेधन की सूची को जारी सूची के आधार पर कालाधन की सूची में शामिल कुछ राजनेताओं की जानकारी प्रकाशित कर रहा है जिस पर कहीं न कहीं विचार करने की आवश्यकता है, इस बार इस सूची में समाजवादी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का नाम है जिसमें नेपाल जापान कोड क्र. डी. एफ. एल.है जिसमें सोना 350 किलो, हीरे 100 किलो और भारतीय रूपये 38 करोड़ रूपये बताये गये है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जो अभी अभी नई जनक्रांती पार्टी बनाने की जद्दोजहद में लगें हैं के पास नेपाल कोड क्र.पी.ओ.एस. पर सोना 127 किलो, चांदी 119 किलो, हीरे 113 और 7 करोड़ रूपये की जानकारी हैं। आखिर इस कालाधन मुद्दे पर चुप्पी कहां तक जायज है। काले धन वापसी में बकायदा भाजपा के संगठित होकर देश के विकास में हाथ बटाना चाहियें क्योंकि अभी मामला गर्म है वहीं केन्द्रीय सरकार कांग्रेस की हैं मुद्ददा लाभ का हो सकता है परन्तु संस्थान द्वारा जारी सूची अवलोकन करने पर ऐसा लगता हैं कि बातों बातों में सफर कट जायेंगा और सभी एक थाली के बेगन कहलायेंगे। पिछले सप्ताहों में हमनें कालाधन की सूची में शामिल श्रीमति इंदिरा गांधी, भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री श्री सुन्दर लाल पटवा, श्री बाबू लाल गौर सहित कांग्रेस महासचिव श्री दिग्विजय सिंह, श्री कमल नाथ, सुभाष यादव सहित देश के प्रधान मंत्री श्री मनमोहन सिंह की प्राप्त जानकारी से अवगत कराया। अब हम कुछ और देश के नेताओं की जानकारी जनता को सौंपते है कि श्री आडवाणी की कालाधन वापसी मामले की मुहिम में शामिल होकर देश के विकास में सहयोग करें।
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