तहसील प्रमुख // हरीशंर कदम (बुदनी // टाइम्स ऑफ क्राइम) तहसील प्रमुख से सम्पर्क 90986 76150Present by :
toc news internet chainal नदियों को प्रदूषित रहित बनाने के लिए योजनायें कितनी सफल है प्रदूषण मंडल की निगाहे कितनी पेनी है प्रदूषण मंडल नियमों का पालन कितनी कड़ाई से किया जाता है इसका जीता जागता उदाहरण वर्धमान का प्रदूषित एवं नर्मदा के पानी का संगम तय करता है उच्च पदों पर आसीन आला अधिकारी प्रदूषण मंडल चुप्पी साधे मूकदर्शक बने मौन क्यो है शासन प्रशासन की चुप्पी आम लोगों की समस्या से परे है हिन्दूत्व की पहचान आस्था के प्रतिक पुष्प सलिला मं माँ नर्मदा को प्रदूषित होते देख आम जनता के मन में कटुता का भाव उत्पन्न होता है वर्धमान का प्रदू
षित पानी नर्मदा में मिलना आम जन जीवन के हितो में कतई नही है इंसानो के साथ साथ पशुओं पर और अधिक नुकसान दायक है जलचर हो या वनचर प्रदूषित पानी अपना असर नही छोड़ता यह शिकायत उन गांव निवासियो की है जिन
के करीब से हो·र गुजरता यह नाला अपनी पनाहो में गंदे पानी के साथ साथ बदूबू से पर्यावरण के आसपास के वातावरण को दूषित क रता है महुकला ग्वाडिया पातालखो पंचायत के पंचगणों की शिकायत वर्धमान को चाहिए की वह अपनी अधिकृत भूमि में ही प्रदूषित पानी उपयोग करे प्रदूषित पानी से स्वच्छ वातावरण के साथ साथ हमारी आस्था पर भी चोट पहुचाई जा रही है वर्धमान का प्रदूषित पानी से आने वाली बदवू में हमराहगीरों का निकलना मुश्कील कर दिया है
शाम ढले वदवू अपने पैर पसारने लगती है शिकायत कर्ताओ में अग्रणीय महुकला निवासी चारसा लाल, राजाराम, चौकीदार, महुकला, शंकरलाल, रज्जा, जीवनलाल मीना, लालजीराम पातालखो, भैयालाल, सीताराम दायमा, राजेश मीना, बृजलाल दायमा सरपंच ग्वाडिया, दोलतराम, केलाश, हेमराज अशोक, टीकाराम, माधव सिंह वरिष्ठ नेता बीजेपी होलीपुरा, अर्जुन सिंह मीना, जीवन लाल कीर, रामगोपाल बानियां, रमेश मालवीय आदि वरिष्ठ को एवं पंचायत के पंचगण के कथन अनुसार वर्धमान का प्रदूषित पानी मां नर्मदा में छोडऩा कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा यह बंद होना चाहिए सरकारी गैर सरकारी संस्थाओ नदियों को प्रदूषित रहित, रखने का ढोल पीटपीटकर, वाह वाही लूटते है, सूखी नदियों को पुर्नजीवित करने के नाम पर बड़े बड़े वादे किये जाते है लाखों खर्च किये जाते है परंतु जो वर्तमान में है जल से लबालव जन सामुदायिक जीवन स्त्रोत है उस ओर ध्यान देना अति आवश्यक है मां नर्मदा पर प्रदूषण की मार जिला होशंगाबाद से भी बड़ रही है सेठानी घाट से आगे पूरे शहर की गंदगी से भरा नाला सीना ताने मां नर्मदा के जल को प्रदूषित कर रहा है वर्धमान के उच्च अधिकारियों से उचित जानकारी हेतु संपर्क किया गया पंरतु वह जानकारी देने में यह कहकर टाल गये कि अभी हम महत्वपूर्ण मीटिंग में बैठे है
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