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कार चोरी से अपराध की दुनिया में रखा कदम, नकली जज बनकर 2,740 अपराधियों को दे दी जमानत
दिल्ली पुलिस ने 77 साल के एक 'सुपर नटवरलाल' धनीराम मित्तल को गिरफ्तार किया है. धनीराम फर्जी तरीके से हरियाणा के झज्जर कोर्ट में जज बनकर 2,740 अपराधियों को जमानत भी दे चुका है. इस पर वर्तमान में दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में ऑटो चुराने के 125 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह टाडा में भी गिरफ्तार हो चुका है.
डीसीपी (पश्चिम) पुष्पेन्द्र कुमार ने बताया कि कभी पेशे से वकील रहा धनीराम मित्तल चंडीगढ़ में भगोड़ा अपराधी है और उसे सुपर नटवरलाल तथा कार चुराने वाले गिरोहों में भारतीय चार्ल्स शोभराज के नाम से जाना जाता है. उन्होंने बताया कि मित्तल को सूचना के आधार पर शुक्रवार को रोहिणी की अदालत के पास से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इसके पास से दिल्ली के शालीमार बाग थाना इलाके से चुराई गई एक सेंट्रो कार भी बरामद की है. फिलहाल इस आरोपी से पुलिस टीम पूछताछ कर रही है.
कार चोरी से अपराध की दुनिया में रखा कदम, नकली जज बनकर 2,740 अपराधियों को दे दी जमानत
गौरतलब है पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान पुलिस भी काफी समय से उसकी तलाश में थी. धनीराम दिल्ली के नरेला स्थित टिकरी गांव में रह रहा था. उसने फर्जी डिग्री हासिल कर कैलीग्राफी (हैंड राइटिंग एक्सपर्ट) का कोर्स भी किया था. इसके बाद उसने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में बतौर मुनीम काम करना शुरू किया.
इसी दौरान उसे पता चला कि झज्जर कोर्ट के एक एडिशनल सेशन जज पर किसी मामले की विभागीय जांच चल रही है. उसने एक फर्जी लैटर बनाकर एडिशनल सेशन जज को छुट्टी पर भेज दिया और दो महीने तक उसी जज की कुर्सी पर बैठकर कोर्ट लगाता रहा. इस दौरान उसने 2,740 लोगों को जमानत दे दी.
2008 में भगोड़ा घोषित होने के बाद चंडीगढ़ पुलिस पिछले 8 साल से इसकी तलाश कर रही थी. पूछताछ में यह भी पता चला है कि यह 1964 में पहली बार गिरफ्तार हुआ था.
कार चोरी से अपराध की दुनिया में रखा कदम, नकली जज बनकर 2,740 अपराधियों को दे दी जमानत
दिल्ली पुलिस ने 77 साल के एक 'सुपर नटवरलाल' धनीराम मित्तल को गिरफ्तार किया है. धनीराम फर्जी तरीके से हरियाणा के झज्जर कोर्ट में जज बनकर 2,740 अपराधियों को जमानत भी दे चुका है. इस पर वर्तमान में दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में ऑटो चुराने के 125 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह टाडा में भी गिरफ्तार हो चुका है.
डीसीपी (पश्चिम) पुष्पेन्द्र कुमार ने बताया कि कभी पेशे से वकील रहा धनीराम मित्तल चंडीगढ़ में भगोड़ा अपराधी है और उसे सुपर नटवरलाल तथा कार चुराने वाले गिरोहों में भारतीय चार्ल्स शोभराज के नाम से जाना जाता है. उन्होंने बताया कि मित्तल को सूचना के आधार पर शुक्रवार को रोहिणी की अदालत के पास से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इसके पास से दिल्ली के शालीमार बाग थाना इलाके से चुराई गई एक सेंट्रो कार भी बरामद की है. फिलहाल इस आरोपी से पुलिस टीम पूछताछ कर रही है.
कार चोरी से अपराध की दुनिया में रखा कदम, नकली जज बनकर 2,740 अपराधियों को दे दी जमानत
गौरतलब है पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान पुलिस भी काफी समय से उसकी तलाश में थी. धनीराम दिल्ली के नरेला स्थित टिकरी गांव में रह रहा था. उसने फर्जी डिग्री हासिल कर कैलीग्राफी (हैंड राइटिंग एक्सपर्ट) का कोर्स भी किया था. इसके बाद उसने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में बतौर मुनीम काम करना शुरू किया.
इसी दौरान उसे पता चला कि झज्जर कोर्ट के एक एडिशनल सेशन जज पर किसी मामले की विभागीय जांच चल रही है. उसने एक फर्जी लैटर बनाकर एडिशनल सेशन जज को छुट्टी पर भेज दिया और दो महीने तक उसी जज की कुर्सी पर बैठकर कोर्ट लगाता रहा. इस दौरान उसने 2,740 लोगों को जमानत दे दी.
2008 में भगोड़ा घोषित होने के बाद चंडीगढ़ पुलिस पिछले 8 साल से इसकी तलाश कर रही थी. पूछताछ में यह भी पता चला है कि यह 1964 में पहली बार गिरफ्तार हुआ था.
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