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रीवा। शनिवार को सुबह साढ़े 9 बजे अशासकीय जवा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जवा में गृह परिक्षाएं संचालित थी उसी समय सजायाफ्ता पूर्व प्राचार्य शिवबालक अपने अपराधी साथियों के साथ विद्यालय परिसर में आकर तोडफ़ोड़ करने लगे एवं प्रचार्य के कक्ष का ताला तोड़कर आलमारी कुर्सी एवं कागजात उठा ले गए।
सूचना मिलने पर प्रभारी प्राचार्य रामनिवास तिवारी मौके पर पहुंचे तो उन्हें भी गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी देते हुए मारने दौड़े, रामनिवास तिवारी जवा थाने में पहुंचकर मुंसी के पास अपनी रिपोर्ट लिखवाई जिसमें हल्का-फुल्का मुकदमा दर्ज किया गया बाद में विद्यालय ने उत्पात करने वाले लोगों ने टी आई जवा से सांठ-गांठ करके फर्जी रिपोर्ट कराई और प्रभारी प्राचार्य एवं शिक्षकों तथा उसके रिश्तेदारों के विरूद्ध फर्जी प्रकरण दर्ज कर लिया गया। जवा के टीआई द्वारा लगातार अपराधियों को संरक्षण देने के कारण उनके हौसले बुलंद हैं और आए दिन घटनाएं करते रहते हैं।
विद्यालय के प्राचार्य के तरफ से एवं अध्यक्ष के तरफ से बीसों रिपोर्ट थाने में अभी तक की जा चुकी है। जिला शिक्षा अधिकारी ने भी विद्यालय में पठन-पाठन में व्यवधान करने के कारण शिवबालक पाण्डेय एवं विश्वनाथ द्विवेदी के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने का पत्र टीआई को लिखा था किन्तु आज तक पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही न करने से विद्यालय की समिति का नुकसान तो हुआ ही छात्रों के पठन-पाठन में शिक्षकों के साथ र्दुव्यवहार होता रहता है। और आज की यह घटना पुलिस की निष्कृयता का परिणाम है उल्टा पुलिस विद्यालय प्रबंधन की मदद के बजाए अपराधियों के संरक्षण में लगा हुआ है। इस घटना से पुलिस की निंदा होती है साथ ही विद्यालय के कर्मचारी भयभीत है। इस समय पुलिस कप्तान को स्वयं वास्तवीकता का पता लगाकर आदतन अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की आवश्यकता है।
रीवा। शनिवार को सुबह साढ़े 9 बजे अशासकीय जवा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जवा में गृह परिक्षाएं संचालित थी उसी समय सजायाफ्ता पूर्व प्राचार्य शिवबालक अपने अपराधी साथियों के साथ विद्यालय परिसर में आकर तोडफ़ोड़ करने लगे एवं प्रचार्य के कक्ष का ताला तोड़कर आलमारी कुर्सी एवं कागजात उठा ले गए।
सूचना मिलने पर प्रभारी प्राचार्य रामनिवास तिवारी मौके पर पहुंचे तो उन्हें भी गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी देते हुए मारने दौड़े, रामनिवास तिवारी जवा थाने में पहुंचकर मुंसी के पास अपनी रिपोर्ट लिखवाई जिसमें हल्का-फुल्का मुकदमा दर्ज किया गया बाद में विद्यालय ने उत्पात करने वाले लोगों ने टी आई जवा से सांठ-गांठ करके फर्जी रिपोर्ट कराई और प्रभारी प्राचार्य एवं शिक्षकों तथा उसके रिश्तेदारों के विरूद्ध फर्जी प्रकरण दर्ज कर लिया गया। जवा के टीआई द्वारा लगातार अपराधियों को संरक्षण देने के कारण उनके हौसले बुलंद हैं और आए दिन घटनाएं करते रहते हैं।
विद्यालय के प्राचार्य के तरफ से एवं अध्यक्ष के तरफ से बीसों रिपोर्ट थाने में अभी तक की जा चुकी है। जिला शिक्षा अधिकारी ने भी विद्यालय में पठन-पाठन में व्यवधान करने के कारण शिवबालक पाण्डेय एवं विश्वनाथ द्विवेदी के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने का पत्र टीआई को लिखा था किन्तु आज तक पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही न करने से विद्यालय की समिति का नुकसान तो हुआ ही छात्रों के पठन-पाठन में शिक्षकों के साथ र्दुव्यवहार होता रहता है। और आज की यह घटना पुलिस की निष्कृयता का परिणाम है उल्टा पुलिस विद्यालय प्रबंधन की मदद के बजाए अपराधियों के संरक्षण में लगा हुआ है। इस घटना से पुलिस की निंदा होती है साथ ही विद्यालय के कर्मचारी भयभीत है। इस समय पुलिस कप्तान को स्वयं वास्तवीकता का पता लगाकर आदतन अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की आवश्यकता है।
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