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कुंभ मेले में देश भर से अजब-गजब साधु-संत जुटे हैं। इनमें तमाम संत अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक शक्ति के साथ अनूठे अंदाज तथा शौक के लिए विख्यात हैं। महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा भले ही कुटिया में रहते हैं मगर लैपटॉप, फेसबुक और हेलीकॉप्टर के खासे शौकीन हैं। वे कहते हैं कि उन्हें हेलीकॉप्टर से सफर और फेसबुक पर भक्तों से चैटिंग के जरिए वार्तालाप में आनंद आता है।
अंधविश्वास में भरोसा नहीं
दिगंबर अखाड़ा से जुड़े श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा का इंदौर के अहिल्या नगर में भव्य आश्रम है। कुंभ मेले में पधारे कंप्यूटर बाबा कहते हैं कि उन्हें अंधविश्वास में भरोसा नहीं है। अपने भक्तों को भभूत या कोई उल्टी-सीधी सलाह नहीं देते हैं। वे कुटिया में रहने वाले आधुनिक बाबा हैं।
फेसबुक पर भक्तों से संपर्क में
वह कहते हैं कि कंप्यूटर युग में हैं तो भला इससे दूर कैसे रह सकते हैं। कई वर्षों से लैपटॉप उनके साथ रहता है। और यह महज दिखावा नहीं है जैसे कई और बाबा करते हैं। वे खुद अपने लैपटॉप में जरूरी जानकारियां फीड करते रहते हैं। इसके अलावा फेसबुक पर भी वह अपने भक्तों से संपर्क में रहते हैं।
हेलीकॉप्टर से सफर करना पसंद
तो क्या कंप्यूटर रखने की वजह से आपका नाम कंप्यूटर बाबा पड़ा? इस पर कंप्यूटर बाबा कहते हैं कि ये भी वजह है मगर सच्चाई यह भी है कि उनका दिमाग कंप्यूटर की तरह तेज चलता है। कंप्यूटर बाबा का एक और शौक है। वह हेलीकॉप्टर पर घूमना और सफर करना पसंद करते हैं।
हेलीकॉप्टर से ही बांटते हैं निमंत्रण
वह बताते हैं कि अपने यज्ञ और अनुष्ठानों के लिए हेलीकॉप्टर से ही निमंत्रण पत्र बांटने जाते हैं। वर्ष 2011 में उन्होंने मालवा का महाकुंभ आयोजित किया था। तब एक माह तक हेलीकॉप्टर से ही निमंत्रण बांटते रहे। 2012 में विदिशा में भी वह 20 दिनों तक हेलीकॉप्टर से घूमकर महानुभावों को निमंत्रित करते रहे।
शाही स्नान के लिए हेलीकॉप्टर से घाट तक जाने की इच्छा
कंप्यूटर बाबा कहते हैं कि उनकी इच्छा प्रयाग महाकुंभ में शाही स्नान के लिए हेलीकॉप्टर से घाट तक जाने की थी, पर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। वे अब भी हेलीकॉप्टर से शाही स्नान की अनुमति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। बाबा आखिर में कहते हैं कि कंप्यूटर, फेसबुक हो या फिर हेलीकॉप्टर, ये सब तो इस हाईटेक जमाने की जरूरतें हैं। वे भी इसका इस्तेमाल कर धन या वैभव की लालसा नहीं प्रदर्शित करते हैं।
कुंभ मेले में देश भर से अजब-गजब साधु-संत जुटे हैं। इनमें तमाम संत अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक शक्ति के साथ अनूठे अंदाज तथा शौक के लिए विख्यात हैं। महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा भले ही कुटिया में रहते हैं मगर लैपटॉप, फेसबुक और हेलीकॉप्टर के खासे शौकीन हैं। वे कहते हैं कि उन्हें हेलीकॉप्टर से सफर और फेसबुक पर भक्तों से चैटिंग के जरिए वार्तालाप में आनंद आता है।
अंधविश्वास में भरोसा नहीं
दिगंबर अखाड़ा से जुड़े श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा का इंदौर के अहिल्या नगर में भव्य आश्रम है। कुंभ मेले में पधारे कंप्यूटर बाबा कहते हैं कि उन्हें अंधविश्वास में भरोसा नहीं है। अपने भक्तों को भभूत या कोई उल्टी-सीधी सलाह नहीं देते हैं। वे कुटिया में रहने वाले आधुनिक बाबा हैं।
फेसबुक पर भक्तों से संपर्क में
वह कहते हैं कि कंप्यूटर युग में हैं तो भला इससे दूर कैसे रह सकते हैं। कई वर्षों से लैपटॉप उनके साथ रहता है। और यह महज दिखावा नहीं है जैसे कई और बाबा करते हैं। वे खुद अपने लैपटॉप में जरूरी जानकारियां फीड करते रहते हैं। इसके अलावा फेसबुक पर भी वह अपने भक्तों से संपर्क में रहते हैं।
हेलीकॉप्टर से सफर करना पसंद
तो क्या कंप्यूटर रखने की वजह से आपका नाम कंप्यूटर बाबा पड़ा? इस पर कंप्यूटर बाबा कहते हैं कि ये भी वजह है मगर सच्चाई यह भी है कि उनका दिमाग कंप्यूटर की तरह तेज चलता है। कंप्यूटर बाबा का एक और शौक है। वह हेलीकॉप्टर पर घूमना और सफर करना पसंद करते हैं।
हेलीकॉप्टर से ही बांटते हैं निमंत्रण
वह बताते हैं कि अपने यज्ञ और अनुष्ठानों के लिए हेलीकॉप्टर से ही निमंत्रण पत्र बांटने जाते हैं। वर्ष 2011 में उन्होंने मालवा का महाकुंभ आयोजित किया था। तब एक माह तक हेलीकॉप्टर से ही निमंत्रण बांटते रहे। 2012 में विदिशा में भी वह 20 दिनों तक हेलीकॉप्टर से घूमकर महानुभावों को निमंत्रित करते रहे।
शाही स्नान के लिए हेलीकॉप्टर से घाट तक जाने की इच्छा
कंप्यूटर बाबा कहते हैं कि उनकी इच्छा प्रयाग महाकुंभ में शाही स्नान के लिए हेलीकॉप्टर से घाट तक जाने की थी, पर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। वे अब भी हेलीकॉप्टर से शाही स्नान की अनुमति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। बाबा आखिर में कहते हैं कि कंप्यूटर, फेसबुक हो या फिर हेलीकॉप्टर, ये सब तो इस हाईटेक जमाने की जरूरतें हैं। वे भी इसका इस्तेमाल कर धन या वैभव की लालसा नहीं प्रदर्शित करते हैं।
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