शौचालय निर्माण में क्रय नियमों का उल्लंघन
Present by - toc news
खंडवा। प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत की सोच को लेकर पूरे देश में अभियान चलाया जा रहा हैं। जिसमें स्वच्छता के साथ-साथ शौचालय निर्माण पर भी पूरा जोर दिया जा रहा हैं। इस अभियान में गॉव से लेकर स्कूलों को शामिल किया गया हैं। लेकिन शौचालय निर्माण में जमकर भ्रष्टïाचार के चलते प्रधानमंत्री सपना पर कहीं न कही विराम लगता दिखाई पड रहा हैं। ग्रामीण स्तर पर शौचालय निर्माण की एजेंसी ग्राम पंचायत हैं तो वहीं स्कूलों में राज्य योजना मद , सांसद निधि, स्वच्छ भारत योजना अंतर्गत बनने वाले शौचालय का निर्माण पालक- शिक्षक संघ के माध्यम से किया गया हैं। लेकिन इनमें भी पैसे बचाने के चक्कर में जमकर घालमेल किया गया।
शौचालय निर्माण में स्कूलों द्वारा निर्धारित शासकीय तकनीकी स्वीकति के अनुसार कार्य नहीं कराया गया । सामग्री खरीदी मेें भी घालमेल किया गया हैं । सूचना अधिकार के अंतर्गत विकासखंड हरसूद से निकाली गई जानकारी के अवलोकन से शौचालय निर्माण को लेकर कई बिन्दु संदेहास्पद दिखाई दे रहे है जिसमें कुछ बिन्दु ऐसे बिन्दु ऐसे हैं जिन पर ध्यान दिया जाये तो निर्माण कार्य में भारी अनियमितता सामने आ रही है। कुछ ऐसी स्कूलें हैं जिसमें माध्यमिक शाला कसरावद,पुलिस आबादी सडियापानी, प्राथमिक शाला दमदमा,प्राथमिक शाला छनेरा जहॉ शासकीय नियमों की अनदेखी कर शौचालय निर्माण कराया गया है।
शौचालय निर्माण का निरीक्षण बीआरसी एवं सहायक यंत्री द्वारा नही किया गया है। शौचालय निर्माण में शासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन भी नही किया गया जिसमें भंडार क्रय नियमों को दरकिनार करते हुए शौचालय बनाये गये है,भंडार क्रय नियम की बात करे तो शौचालय निर्माण में भंडार क्रय नियमो का उल्लंघन किया गया है न तो क्रय समिति का अनुमोदन लिया गया और ना ही क्रय फर्मो के कोटेशन, क्रय आदेश एवं निविदाएं भी नही बुलायी गई। शौचालय निर्माण में उपयोग क्रेशर की गिट्टी,काली रेत,बालू रेत और मुरूम में भी बगैर रायल्टी के मन माफिक बिलो का भुगतान किया गया।
वही दूसरी और सीमेंट क्रय में कही टीन नंबर का उपयोग है तो कही बिना टीन नंबर के बिल लगाये गये है। तथा बिलो का भुगतान के पश्चात शासन के नियमानुसार टैक्स कटौत्रा भी नही किया गया जिससे शासन को हानि पहुॅची। पालक शिक्षक संघ के खाते के अवलोकन पर ज्ञात होता है कि राशि का अनियमित रूप से आहरण किया गया है जो कि निर्माण कार्य में लगे बिलों से मैच नही खाता अत:कहा जा सकता है कि केवल नगद आहरण स्वंय के नाम से किया गया है। हरसूद विकासखंड के अंंतर्गत कई स्कूलों में आज भी शौचालय का उपयोग नही हो पा रहा है इसका कारण उनका अधूरा निर्माण होना प्रतीत होता है। कई ऐसे शौचालय है जिनमें आज भी फोर्स लिफ्थ पंप भी नही लगाये तो कही यूरिनल भी शौचालय में नही लगे है।
इनका कहना है:
स्कूलों के शौचालय निर्माण में अगर अनियमितता की गई है तो मैं स्वंय मामले को संज्ञान में लेकर जॉच करवाऊगॉं।
अमित तोमर
सीईओ,जिला पंचायत खंडवा
शौचालय निर्माण में यदि गड़बड़ी पायी जाती है तो जॉच उपरांत कार्रवाई की जायेगी।
गोपाल भास्करे
बीआरसी,हरसूद।
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खंडवा। प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत की सोच को लेकर पूरे देश में अभियान चलाया जा रहा हैं। जिसमें स्वच्छता के साथ-साथ शौचालय निर्माण पर भी पूरा जोर दिया जा रहा हैं। इस अभियान में गॉव से लेकर स्कूलों को शामिल किया गया हैं। लेकिन शौचालय निर्माण में जमकर भ्रष्टïाचार के चलते प्रधानमंत्री सपना पर कहीं न कही विराम लगता दिखाई पड रहा हैं। ग्रामीण स्तर पर शौचालय निर्माण की एजेंसी ग्राम पंचायत हैं तो वहीं स्कूलों में राज्य योजना मद , सांसद निधि, स्वच्छ भारत योजना अंतर्गत बनने वाले शौचालय का निर्माण पालक- शिक्षक संघ के माध्यम से किया गया हैं। लेकिन इनमें भी पैसे बचाने के चक्कर में जमकर घालमेल किया गया।
शौचालय निर्माण में स्कूलों द्वारा निर्धारित शासकीय तकनीकी स्वीकति के अनुसार कार्य नहीं कराया गया । सामग्री खरीदी मेें भी घालमेल किया गया हैं । सूचना अधिकार के अंतर्गत विकासखंड हरसूद से निकाली गई जानकारी के अवलोकन से शौचालय निर्माण को लेकर कई बिन्दु संदेहास्पद दिखाई दे रहे है जिसमें कुछ बिन्दु ऐसे बिन्दु ऐसे हैं जिन पर ध्यान दिया जाये तो निर्माण कार्य में भारी अनियमितता सामने आ रही है। कुछ ऐसी स्कूलें हैं जिसमें माध्यमिक शाला कसरावद,पुलिस आबादी सडियापानी, प्राथमिक शाला दमदमा,प्राथमिक शाला छनेरा जहॉ शासकीय नियमों की अनदेखी कर शौचालय निर्माण कराया गया है।
शौचालय निर्माण का निरीक्षण बीआरसी एवं सहायक यंत्री द्वारा नही किया गया है। शौचालय निर्माण में शासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन भी नही किया गया जिसमें भंडार क्रय नियमों को दरकिनार करते हुए शौचालय बनाये गये है,भंडार क्रय नियम की बात करे तो शौचालय निर्माण में भंडार क्रय नियमो का उल्लंघन किया गया है न तो क्रय समिति का अनुमोदन लिया गया और ना ही क्रय फर्मो के कोटेशन, क्रय आदेश एवं निविदाएं भी नही बुलायी गई। शौचालय निर्माण में उपयोग क्रेशर की गिट्टी,काली रेत,बालू रेत और मुरूम में भी बगैर रायल्टी के मन माफिक बिलो का भुगतान किया गया।
वही दूसरी और सीमेंट क्रय में कही टीन नंबर का उपयोग है तो कही बिना टीन नंबर के बिल लगाये गये है। तथा बिलो का भुगतान के पश्चात शासन के नियमानुसार टैक्स कटौत्रा भी नही किया गया जिससे शासन को हानि पहुॅची। पालक शिक्षक संघ के खाते के अवलोकन पर ज्ञात होता है कि राशि का अनियमित रूप से आहरण किया गया है जो कि निर्माण कार्य में लगे बिलों से मैच नही खाता अत:कहा जा सकता है कि केवल नगद आहरण स्वंय के नाम से किया गया है। हरसूद विकासखंड के अंंतर्गत कई स्कूलों में आज भी शौचालय का उपयोग नही हो पा रहा है इसका कारण उनका अधूरा निर्माण होना प्रतीत होता है। कई ऐसे शौचालय है जिनमें आज भी फोर्स लिफ्थ पंप भी नही लगाये तो कही यूरिनल भी शौचालय में नही लगे है।
इनका कहना है:
स्कूलों के शौचालय निर्माण में अगर अनियमितता की गई है तो मैं स्वंय मामले को संज्ञान में लेकर जॉच करवाऊगॉं।
अमित तोमर
सीईओ,जिला पंचायत खंडवा
शौचालय निर्माण में यदि गड़बड़ी पायी जाती है तो जॉच उपरांत कार्रवाई की जायेगी।
गोपाल भास्करे
बीआरसी,हरसूद।
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