बगासपुर में विधानसभा अध्यक्ष ने किया गौशाला निर्माण का शुभारंभ
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जिला ब्यूरो चीफ, जिला नरसिंहपुर // अरुण श्रीवास्तव : 91316 56179
नरसिंहपुर. मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा है कि सकारात्मक सोच वाले लोग गौशालाओं के संचालन से जुड़ें, जिससे गौमाता की अच्छी तरह देखभाल हो सके। उन्होंने कहा कि यह पुण्य का कार्य है।
मूक प्राणी होने के कारण गौमाता अपना कष्ट नहीं बता पाती, पर हमें यह देखना होगा कि निराश्रित गौमाता को कहीं भटकना न पड़े। विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रजापति जिले के विकासखंड गोटेगांव की ग्राम पंचायत बगासपुर में गौशाला निर्माण का शुभारंभ कर रहे थे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता चौ. विभाष जैन ने की। कार्यक्रम में कलेक्टर दीपक सक्सेना, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार, एसडीएम मो. शाहिद खान, सरपंच सविता पटैल, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ. जेपी शिव, अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन मौजूद थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रजापति ने कहा कि गौ शाला के साथ गायों के आहार के लिए चारा और पीने के लिए पानी की व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत तालाब निर्माण कराकर अथवा नहर के माध्यम से पानी की व्यवस्था कराने पर जोर दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार वचन पत्र के मुताबिक जनहित के कार्य तेजी से कर रही है।
श्री प्रजापति ने कहा कि वृद्धजनों, दिव्यांगों एवं कल्याणियों को दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन अप्रैल माह से 300 रूपये से बढ़ाकर 600 रूपये की जा रही है। इसके बाद हर साल इस राशि को बढ़ाया जायेगा और एक हजार रूपये तक कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है। इसके लिए किसानों के दो लाख रूपये तक के फसल ऋण माफ करने के लिए सरकार ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना लागू की है। जिले में इस योजना का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह- निकाह योजना की राशि 28 हजार रूपये से बढ़ाकर 51 हजार रूपये कर दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने बगासपुर के तूफान सिंह की भजन मंडली/ गायन दल को 25 हजार रूपये की राशि देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना ने कहा कि जिले के प्रत्येक विकासखंड में पांच- पांच गौशालायें स्थापित की जा रही हैं। इससे निराश्रित गायों को आश्रय मिलेगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से गौशालाओं के संचालन से जुड़ने का आग्रह किया।
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