रेल मंत्री पवन बंसल |
थिऑन फार्मा की शुरुआत सन् 2005 में हुई थी और कंपनी ने 2007 की बैलेंसशीट में शून्य टर्नओवर घोषित किया था, जबकि 2012-13 में यह 152 करोड़ रुपये था। बंसल इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री रहे, जबकि पिछले साल नवंबर में तृणमूल कांग्रेस के यूपीए से हटने के बाद उन्हें रेल मंत्री बनाया गया।
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चंडीगढ़ में कंपनी रजिस्ट्रार के पास जमा दस्तावेजों के मुताबिक, कमाई के मामले में थिऑन का खाता सन् 2008 में खुला। इस साल कंपनी का टर्नओवर 15.35 करोड़ रहा, जो अगले साल बढ़कर 41 करोड़ रुपये हो गया। 2010 में थिऑन का टर्नओवर 62 करोड़ हो गया और 2011 में यह 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया।
दस्तावेज से यह भी पता चलता है कि हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित इस कंपनी के प्रॉफिट में भी पिछले पांच सालों में भारी बढ़ोतरी हुई है। सन् 2008 में थिऑन का नेट प्रॉफिट 28 लाख था, जो पिछले साल तक बढ़कर 19.5 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में हैं।
थिऑन के अलावा भी बंसल के बेटों के पास तीन अन्य कंपनियां हैं। इवा हेल्थकेयर, इसिस पैकेजिंग और बंसी रौनक एनर्जी। दस्तावेज में यह डीटेल्स नहीं बताया गया है कि थिऑन किन कंपनियों को के साथ बिजनेस करती है, हालांकि कंपनी का दावा है कि सिप्ला, रैनबैक्सी, पिरामल, मैनकाइंड और टॉरेंड फार्मा जैसी कंपनियों के साथ कारोबार करती है।
थिऑन फार्मा के कारोबार को मुख्य रूप से अमित और मनीष चलाते हैं, लेकिन इसमें सबसे बड़ी शेयरधारक बंसल की पत्नी मधु हैं। दस्तावेजों के मुताबिक, मधु इवा हेल्थकेयर में भी डायरेक्टर हैं। अमित दिल्ली पब्लिक स्कूल, मोहाली में डायरेक्टर होने के साथ-साथ इस कंपनी में दूसरे सबसे बड़े शेयरधारक हैं। अमित की पत्नी मोनिका के पास भी थिऑन के एक लाख 5 हजार शेयर हैं।
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