Present By @ Toc News
टीवी चेनल हो या अखबार, दोनों में ही इन्द्राणी मुखर्जी उर्फ परी की सेक्स कहानी को ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे इन्द्राणी ने देश के लिए कोई बढ़ा काम किया है। पिछले तीन-चार दिनों में जब भी कोई न्यूज चैनल देखा जाए तो इन्द्राणी की सेक्स कहानी ही सुनने और देखने को मिलती है। इसी प्रकार अखबारों में भी प्रथम पृष्ठ से लेकर अंदर तक के पृष्ठों पर इन्द्राणी और उसके चार-पांच पतियों के बारे में पढऩे को मिलता है।
मीडिया यह भी नहीं देख रहा कि सेक्स कहानी में आम लोगों की रूचि है कि नहीं। इन्द्राणी ने चार-पांच विवाह किए और किस पति से बच्चे पैदा किए इससे देश के आम व्यक्ति का क्या लेना-देना है, लेकिन मीडिया ऐसे खोजबीन कर रहा है जैसे इन्द्राणी नहीं पाकिस्तान का कोई एटम बम हो। मीडिया इसे हाई प्रोफाइल मामला बता रहा है जबकि इन्द्राणी जैसे मामले एक नहीं सैकड़ों है।
अखबारों के लिए प्रेस परिषद और न्यूज चैनलों के लिए ब्राडकास्ट एसोसिएशन बनी हुई है। लेकिन यह दोनों संस्थाएं अंधी और बहरी बनी हुई है। माना कि सरकार मीडिया से डरती है, लेकिन यह दोनों संस्थाएं कम से कम अपनी जिम्मेदारी निभाएं। यह कहना बकवास है कि इन संस्थाओं के पास कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आएगी तभी यह संस्थाएं कार्यवाही करेगी?
आज इन संस्थाओं के पदाधिकारियों को यह नहीं दिख रहा कि चैनल व अखबारों में क्या परोसा जा रहा है। जिस प्रकार इन्द्राणी की सेक्स कहानी चैनलों पर प्रसारित हो रही है उसे परिवार के सदस्य एक साथ बैठकर नहीं देख सकते। इसी प्रकार अखबारों में जब एक औरत के पांच-पांच पतियों के किस्से लिखे जाते है तो अखबार को पढऩा मुश्किल होता है। अखबारों में परिवार के सिजरे के रूप में इन्द्राणी के पतियों का चार्ट प्रकाशित हो रहा है। ऐसा लगता है कि प्रतिस्पर्धा की अंधी दौड़ में मीडिया अपना महत्व खुद कम कर रहा है।
पीटर मुखर्जी के साथ तो होना ही था :
स्टार चैनल के हैड रहे पीटर मुखर्जी को इन्द्राणी का पांचवा पति बताया जा रहा है। यह पीटर मुखर्जी वहीं व्यक्ति है जिसने एकता कपूर के साथ मिलकर स्टार चैनल पर भारतीय परिवारों को तोडऩे वाले सीरियल बनाए। देश के मनोरंजन चैनलों पर गंदे, अश्लील और बेहुदे सीरियलों की शुरूआत इसी पीटर मुखर्जी ने शुरू की थी। अब समझ में आया कि पीटर मुखर्जी ने ऐसे सीरियल क्यों बनाए।
इन्द्राणी की सेक्स कहानी से यह तो पता चला कि मुखर्जी पांचवे पति हंै, लेकिन अभी यह नहीं पता चला है कि पीटर मुखर्जी की इन्द्राणी कौन से नम्बर की पत्नी है। हो सकता है कि मीडिया एक-दो दिन मेें पीटर मुखर्जी की दो-चार पत्नियां भी खोज लाए। अच्छा हो कि इस सेक्स कहानियों में पीटर मुखर्जी भी जेल चले जाए।
जहां तक एकता कपूर का सवाल है उस पर भी भगवान की नजर लगी हुई है। एकता कपूर के द्वारा विधिवत विवाह नहीं किए जाने का दर्द पिता जीतेन्द्र ही बता सकते है। भारतीय संस्कृति को दूषित करने में एकता कपूर की भी खासी भूमिका है। भले ही गन्दे और अश्लील सीरियल बनाकर एकता कपूर ने शोहरत और पैसा कमा लिया हो लेकिन समाज में एकता कपूर को अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता। अब समय आ गया है कि देश दर्शकों को उन सीरियलों का बहिष्कार करना चाहिए जो हमारी संस्कृति और परम्पराओं के खिलाफ है।
(एस.पी. मित्तल)
टीवी चेनल हो या अखबार, दोनों में ही इन्द्राणी मुखर्जी उर्फ परी की सेक्स कहानी को ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे इन्द्राणी ने देश के लिए कोई बढ़ा काम किया है। पिछले तीन-चार दिनों में जब भी कोई न्यूज चैनल देखा जाए तो इन्द्राणी की सेक्स कहानी ही सुनने और देखने को मिलती है। इसी प्रकार अखबारों में भी प्रथम पृष्ठ से लेकर अंदर तक के पृष्ठों पर इन्द्राणी और उसके चार-पांच पतियों के बारे में पढऩे को मिलता है।
मीडिया यह भी नहीं देख रहा कि सेक्स कहानी में आम लोगों की रूचि है कि नहीं। इन्द्राणी ने चार-पांच विवाह किए और किस पति से बच्चे पैदा किए इससे देश के आम व्यक्ति का क्या लेना-देना है, लेकिन मीडिया ऐसे खोजबीन कर रहा है जैसे इन्द्राणी नहीं पाकिस्तान का कोई एटम बम हो। मीडिया इसे हाई प्रोफाइल मामला बता रहा है जबकि इन्द्राणी जैसे मामले एक नहीं सैकड़ों है।
अखबारों के लिए प्रेस परिषद और न्यूज चैनलों के लिए ब्राडकास्ट एसोसिएशन बनी हुई है। लेकिन यह दोनों संस्थाएं अंधी और बहरी बनी हुई है। माना कि सरकार मीडिया से डरती है, लेकिन यह दोनों संस्थाएं कम से कम अपनी जिम्मेदारी निभाएं। यह कहना बकवास है कि इन संस्थाओं के पास कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आएगी तभी यह संस्थाएं कार्यवाही करेगी?
आज इन संस्थाओं के पदाधिकारियों को यह नहीं दिख रहा कि चैनल व अखबारों में क्या परोसा जा रहा है। जिस प्रकार इन्द्राणी की सेक्स कहानी चैनलों पर प्रसारित हो रही है उसे परिवार के सदस्य एक साथ बैठकर नहीं देख सकते। इसी प्रकार अखबारों में जब एक औरत के पांच-पांच पतियों के किस्से लिखे जाते है तो अखबार को पढऩा मुश्किल होता है। अखबारों में परिवार के सिजरे के रूप में इन्द्राणी के पतियों का चार्ट प्रकाशित हो रहा है। ऐसा लगता है कि प्रतिस्पर्धा की अंधी दौड़ में मीडिया अपना महत्व खुद कम कर रहा है।
पीटर मुखर्जी के साथ तो होना ही था :
स्टार चैनल के हैड रहे पीटर मुखर्जी को इन्द्राणी का पांचवा पति बताया जा रहा है। यह पीटर मुखर्जी वहीं व्यक्ति है जिसने एकता कपूर के साथ मिलकर स्टार चैनल पर भारतीय परिवारों को तोडऩे वाले सीरियल बनाए। देश के मनोरंजन चैनलों पर गंदे, अश्लील और बेहुदे सीरियलों की शुरूआत इसी पीटर मुखर्जी ने शुरू की थी। अब समझ में आया कि पीटर मुखर्जी ने ऐसे सीरियल क्यों बनाए।
इन्द्राणी की सेक्स कहानी से यह तो पता चला कि मुखर्जी पांचवे पति हंै, लेकिन अभी यह नहीं पता चला है कि पीटर मुखर्जी की इन्द्राणी कौन से नम्बर की पत्नी है। हो सकता है कि मीडिया एक-दो दिन मेें पीटर मुखर्जी की दो-चार पत्नियां भी खोज लाए। अच्छा हो कि इस सेक्स कहानियों में पीटर मुखर्जी भी जेल चले जाए।
जहां तक एकता कपूर का सवाल है उस पर भी भगवान की नजर लगी हुई है। एकता कपूर के द्वारा विधिवत विवाह नहीं किए जाने का दर्द पिता जीतेन्द्र ही बता सकते है। भारतीय संस्कृति को दूषित करने में एकता कपूर की भी खासी भूमिका है। भले ही गन्दे और अश्लील सीरियल बनाकर एकता कपूर ने शोहरत और पैसा कमा लिया हो लेकिन समाज में एकता कपूर को अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता। अब समय आ गया है कि देश दर्शकों को उन सीरियलों का बहिष्कार करना चाहिए जो हमारी संस्कृति और परम्पराओं के खिलाफ है।
(एस.पी. मित्तल)
No comments:
Post a Comment