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"पुलिस ने लाखों रुपयों का लेन-देन कर प्रकरण को नया मोड दिया"
ओंकारेश्वर(नि.प्र.)। ओंकारेश्वर से तीन किलोमीटर दूर स्थित अवैध रुप से बने आशीर्वाद गेस्टहाऊस में सनावद के एक सु प्रसिद्ध व्यवसायीक चिकित्सक जो की लायंस क्लब के प्रमुख पदाधिकारी हैं उनके एक युवती के साथ गेस्टहाऊस में सोमवार शाम साढे चार बजे होने की चर्चा आज मंगलवार को ओंकारेश्वर के आस-पास के क्षैत्र सहित संपूर्ण निमाड़ अंचल मे भी दिनभर चलती रही इसी के साथ मोबाईल के व्हाट्सप पर भी चर्चाओं का आदान प्रदान चलता रहा।उक्त चिकित्सक के गेस्टहाऊस मे आने के प्रमाण तो स्वयं गेस्टहाऊस मालिक बता रहा हैं लेकिन युवती के साथ कमरे मे ठहरने एवं रजिस्टर मे इसकी प्रविष्टि गेस्टहाऊस मालिक द्वारा नही की गई हैं।
खण्ड़वा जिला प्रशासन द्वारा यहां के गेस्टहाऊस में बड रही अनैतिक गतिविधियों को रोकने हेतु जिला प्रशासन ने जो धारा 144 लगाई थी उसकी अवधी समाप्त होने के बाद गेस्टहाऊस मालिक भी आजाद हो गये हैं तथा पुलिस भी इस मामले में निष्क्रिय हो गई हैं।उपरोक्त प्रकरण में पुलिस द्वारा लाखों रुपयो का लेन-देन किया गया हैं इसके भी कुछ तथ्य सामने आये हैं।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ओंकारेश्वर से तीन किलोमीटर दूर शासकीय भूमी के अधिकांश भाग पर अवैध रुप से बने हुए आशीर्वाद गेस्टहाऊस में शाम साढेचार बजे सनावद निवासी एक लूटेरे चिकित्सक को एक
युवती के साथ गेस्टहाऊस में ठहरने की तथा मौजमस्ती करने की चर्चा जोरों पर दूसरे दीन आज मंगलवार क्षैत्र मे चल रही हैं।साथ ही इन चर्चाओं का मोबाईल के व्हाट्सप पर विभिन्न प्रकार के चित्रों सहित आदान-प्रदान चलता रहा।
""पुलिस की भुमिका पर संवालिया निशान""
उपरोक्त संबंध में महत्वपूर्ण तथ्य यह है की पूनासा तहसील के एसडीओपी परवेज अहमद सिद्दकी के साथ थाना प्रभारी जितेन्द्र भास्कर एवं उनका स्टाफ भी पहुंचा गेस्टहाऊस था।ओंकारेश्वर मे लगभग 80 गेस्टहाऊस हैं जिनमें
महिलाओं का आना एवं अनैतिक गतिविधियों का चलना यहां रोजाना की बात हैं।
लेकिन आशीर्वाद गेस्टहाऊस में इसके मालिक मनोहर पिता रामनाथ चौकसे का कहना हैं की सनावद के डाक्टर सुरेश राँका गेस्टहाऊस में आये थे लेकिन वो मेरे पैरों का इलाज करने के लिये आये थे और आधा घंटा यहां रुकने के
पश्चात यहां से चले गये।स्थानिय पत्रकारों के पास गेस्टहाऊस मालिक का उपरोक्त बयान रिकार्ड किया हुआ हैं।जो यह बताता हैं की सनावद का उपरोक्त लूटेरा चिकित्सक इस गेस्टहाऊस मे आया था।
सनावद,बडवाह,ओंकारेश्वर एवं आस-पास के क्षैत्रो कभी यह देखा अथवा सुना नही गया की डाक्टर सुरेश राँका
किसी मरीज के घर आकर इलाज करते हैं। ओंकारेश्वर पुलिस ने उपरोक्त घटनाक्रम में दो युवक जिनके नाम लोकेन्द्र पिता पूनमचन्द सेन निवासी बडवाह तथा विक्रम पिता दोगासिंह ग्राम पिवडाय तहसील बडवाह के विरुद्ध गेस्टहाऊस मे दल-बल सहित जाकर मात्र धारा 151 का प्रकरण दर्ज किया।
जिनकी जमानत भी पुलिस ने हाथो-हाथ करवा दी।जबकी शाम के समय खण्ड़वा जिला कलेक्टर पुलिस अधिक्षक भगवान ओंकारेश्वर के अभिषेक कर रहे थे इसीलीये उनके साथ उनके अधिनस्थ अधिकारी भी ओंकारेश्वर की सवारी की व्यवस्था मे लगे हुए थे।उपरोक्त सारे तथ्यों के आधार पर यहां दुसरे दिन भी यह चर्चा जारी रही की उपरोक्त चिकित्सक जो करोड़पति हैं उसने मामले को रफा-दफा करने में लाखों रुपये खर्च किये हैं।
इस तथ्य की इससे भी पुष्टी होती है की एक गेस्टहाऊस में कोई घटना हो तो सामान्य रुप से पुलिस एक-दो जवानों अथवा हेडकांस्टेबल को भेंजकर गेस्टहाऊस मालिक एवं अनैतिक आचरण करने वाले लोगों को पुलिस थाने मे बुलवाकर वही लेन-देन करके अथवा प्रकरण बनाया जाता
हैं।लेकिन उपरोक्त प्रकरण में पुलिस के बडे अधिकारी एवं स्टाफ ने गेस्टहाऊस पहुंच सेवाएं दी हैं इसी लिये उपरोक्त प्रकरण में पुलिस के लाखों के लेन-देन की चर्चाओं को नकारा नही जा सकता।
"पुलिस ने लाखों रुपयों का लेन-देन कर प्रकरण को नया मोड दिया"
ओंकारेश्वर(नि.प्र.)। ओंकारेश्वर से तीन किलोमीटर दूर स्थित अवैध रुप से बने आशीर्वाद गेस्टहाऊस में सनावद के एक सु प्रसिद्ध व्यवसायीक चिकित्सक जो की लायंस क्लब के प्रमुख पदाधिकारी हैं उनके एक युवती के साथ गेस्टहाऊस में सोमवार शाम साढे चार बजे होने की चर्चा आज मंगलवार को ओंकारेश्वर के आस-पास के क्षैत्र सहित संपूर्ण निमाड़ अंचल मे भी दिनभर चलती रही इसी के साथ मोबाईल के व्हाट्सप पर भी चर्चाओं का आदान प्रदान चलता रहा।उक्त चिकित्सक के गेस्टहाऊस मे आने के प्रमाण तो स्वयं गेस्टहाऊस मालिक बता रहा हैं लेकिन युवती के साथ कमरे मे ठहरने एवं रजिस्टर मे इसकी प्रविष्टि गेस्टहाऊस मालिक द्वारा नही की गई हैं।
खण्ड़वा जिला प्रशासन द्वारा यहां के गेस्टहाऊस में बड रही अनैतिक गतिविधियों को रोकने हेतु जिला प्रशासन ने जो धारा 144 लगाई थी उसकी अवधी समाप्त होने के बाद गेस्टहाऊस मालिक भी आजाद हो गये हैं तथा पुलिस भी इस मामले में निष्क्रिय हो गई हैं।उपरोक्त प्रकरण में पुलिस द्वारा लाखों रुपयो का लेन-देन किया गया हैं इसके भी कुछ तथ्य सामने आये हैं।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ओंकारेश्वर से तीन किलोमीटर दूर शासकीय भूमी के अधिकांश भाग पर अवैध रुप से बने हुए आशीर्वाद गेस्टहाऊस में शाम साढेचार बजे सनावद निवासी एक लूटेरे चिकित्सक को एक
युवती के साथ गेस्टहाऊस में ठहरने की तथा मौजमस्ती करने की चर्चा जोरों पर दूसरे दीन आज मंगलवार क्षैत्र मे चल रही हैं।साथ ही इन चर्चाओं का मोबाईल के व्हाट्सप पर विभिन्न प्रकार के चित्रों सहित आदान-प्रदान चलता रहा।
""पुलिस की भुमिका पर संवालिया निशान""
उपरोक्त संबंध में महत्वपूर्ण तथ्य यह है की पूनासा तहसील के एसडीओपी परवेज अहमद सिद्दकी के साथ थाना प्रभारी जितेन्द्र भास्कर एवं उनका स्टाफ भी पहुंचा गेस्टहाऊस था।ओंकारेश्वर मे लगभग 80 गेस्टहाऊस हैं जिनमें
महिलाओं का आना एवं अनैतिक गतिविधियों का चलना यहां रोजाना की बात हैं।
लेकिन आशीर्वाद गेस्टहाऊस में इसके मालिक मनोहर पिता रामनाथ चौकसे का कहना हैं की सनावद के डाक्टर सुरेश राँका गेस्टहाऊस में आये थे लेकिन वो मेरे पैरों का इलाज करने के लिये आये थे और आधा घंटा यहां रुकने के
पश्चात यहां से चले गये।स्थानिय पत्रकारों के पास गेस्टहाऊस मालिक का उपरोक्त बयान रिकार्ड किया हुआ हैं।जो यह बताता हैं की सनावद का उपरोक्त लूटेरा चिकित्सक इस गेस्टहाऊस मे आया था।
सनावद,बडवाह,ओंकारेश्वर एवं आस-पास के क्षैत्रो कभी यह देखा अथवा सुना नही गया की डाक्टर सुरेश राँका
किसी मरीज के घर आकर इलाज करते हैं। ओंकारेश्वर पुलिस ने उपरोक्त घटनाक्रम में दो युवक जिनके नाम लोकेन्द्र पिता पूनमचन्द सेन निवासी बडवाह तथा विक्रम पिता दोगासिंह ग्राम पिवडाय तहसील बडवाह के विरुद्ध गेस्टहाऊस मे दल-बल सहित जाकर मात्र धारा 151 का प्रकरण दर्ज किया।
जिनकी जमानत भी पुलिस ने हाथो-हाथ करवा दी।जबकी शाम के समय खण्ड़वा जिला कलेक्टर पुलिस अधिक्षक भगवान ओंकारेश्वर के अभिषेक कर रहे थे इसीलीये उनके साथ उनके अधिनस्थ अधिकारी भी ओंकारेश्वर की सवारी की व्यवस्था मे लगे हुए थे।उपरोक्त सारे तथ्यों के आधार पर यहां दुसरे दिन भी यह चर्चा जारी रही की उपरोक्त चिकित्सक जो करोड़पति हैं उसने मामले को रफा-दफा करने में लाखों रुपये खर्च किये हैं।
इस तथ्य की इससे भी पुष्टी होती है की एक गेस्टहाऊस में कोई घटना हो तो सामान्य रुप से पुलिस एक-दो जवानों अथवा हेडकांस्टेबल को भेंजकर गेस्टहाऊस मालिक एवं अनैतिक आचरण करने वाले लोगों को पुलिस थाने मे बुलवाकर वही लेन-देन करके अथवा प्रकरण बनाया जाता
हैं।लेकिन उपरोक्त प्रकरण में पुलिस के बडे अधिकारी एवं स्टाफ ने गेस्टहाऊस पहुंच सेवाएं दी हैं इसी लिये उपरोक्त प्रकरण में पुलिस के लाखों के लेन-देन की चर्चाओं को नकारा नही जा सकता।
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