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दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के जिस रतनपुर थाने में व्हाट्सऐप में गांधी जी की कथित आपत्तिजनक वीडियो लोड किये जाने के मामले में पुलिस ने एडमिन समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था, उसी थाने के प्रभारी ने ‘न्यायधानी पुलिस’ नामक व्हाट्सऐप ग्रुप में अश्लील तस्वीर पोस्ट कर दी.
तस्वीर जैसे ही व्हाट्सऐप ग्रुप में पोस्ट हुई, इस ग्रुप से जुड़े लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. ग्रुप में मूल रुप से पुलिस और पत्रकार ही सक्रिय हैं. पत्रकारों का कहना था कि कल जिस थाने ने ऐसे ही मामले में कार्रवाई की, आज उसी थाने का थानेदार इस तरह की हरकत कर रहा है.
इस घटना के बाद इस ग्रुप के एडमिन सीएसपपी लखन पटले ने थाना प्रभारी को ग्रुप से रिमूव किया और फिर पत्रकारों से माफी मांगी.गौरतलब है कि शुक्रवार को बिलासपुर के रतनपुर में पुलिस ने वाट्सएप के ग्रूप के एडमिन को गिरफ्तार किया था.
वाट्सएप के ग्रूप में किसी ने राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी के खिलाफ आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट की थी.पुलिस के अनुसार इस पोस्ट को शेयर करने वाले युवक आयुष और वाट्सएप ग्रुप के एडमिन मनीष जायसवाल के खिलाफ ग्रुप के ही एक सदस्य प्रदीप सिंह ठाकुर ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.इसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 153 क, ख व 504 आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
शुक्रवार को ही दोनों आरोपियों ने कोटा की अदालत में जमानत याचिका लगाई थी, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.लेकिन अब थानेदार द्वारा अश्लील तस्वीर पोस्ट किये जाने के मामले की सब तरफ चर्चा है. आम नागरिकों का कहना है कि पुलिस अगर अपने को इमानदार मानती है तो उसे थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिये
दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के जिस रतनपुर थाने में व्हाट्सऐप में गांधी जी की कथित आपत्तिजनक वीडियो लोड किये जाने के मामले में पुलिस ने एडमिन समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था, उसी थाने के प्रभारी ने ‘न्यायधानी पुलिस’ नामक व्हाट्सऐप ग्रुप में अश्लील तस्वीर पोस्ट कर दी.
तस्वीर जैसे ही व्हाट्सऐप ग्रुप में पोस्ट हुई, इस ग्रुप से जुड़े लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. ग्रुप में मूल रुप से पुलिस और पत्रकार ही सक्रिय हैं. पत्रकारों का कहना था कि कल जिस थाने ने ऐसे ही मामले में कार्रवाई की, आज उसी थाने का थानेदार इस तरह की हरकत कर रहा है.
इस घटना के बाद इस ग्रुप के एडमिन सीएसपपी लखन पटले ने थाना प्रभारी को ग्रुप से रिमूव किया और फिर पत्रकारों से माफी मांगी.गौरतलब है कि शुक्रवार को बिलासपुर के रतनपुर में पुलिस ने वाट्सएप के ग्रूप के एडमिन को गिरफ्तार किया था.
वाट्सएप के ग्रूप में किसी ने राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी के खिलाफ आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट की थी.पुलिस के अनुसार इस पोस्ट को शेयर करने वाले युवक आयुष और वाट्सएप ग्रुप के एडमिन मनीष जायसवाल के खिलाफ ग्रुप के ही एक सदस्य प्रदीप सिंह ठाकुर ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.इसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 153 क, ख व 504 आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
शुक्रवार को ही दोनों आरोपियों ने कोटा की अदालत में जमानत याचिका लगाई थी, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.लेकिन अब थानेदार द्वारा अश्लील तस्वीर पोस्ट किये जाने के मामले की सब तरफ चर्चा है. आम नागरिकों का कहना है कि पुलिस अगर अपने को इमानदार मानती है तो उसे थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिये
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