Toc news
एंकर-- नशा, गुस्सा और रसुक के कॉकटेल में एक पत्रकार की जान ले ली, जी हाँ एक पत्रकार जो अपने किराए के कमरे में अपने दोस्तों के साथ बैठा था। उसके फ्लैट के नीचे एक रसुकजादे का जीम था। जीम में शराब की पार्टी चल रही थी, शोर शराबा हो रहा था। लेकिन उस पत्रकार नें बस ईतनी जुर्रत करदी की,, उनसे निवेदन करबैठा कि शोर ना करें,, बस ईतनी सी बात उस रसुकजादे बरदास्त नहीं हुई,, और उसनें पत्रकार को गोली मारदी।
वीओ 1
2016 के शुरुवात से सूर्खियों में रहा वसंतकुंज पुलिस स्टेशन,,, पहले देव्यांस की मौत का मामला और आजकल पुरे देश में फैला JNU का मसला, अब इस इलाके में एक पत्रकार की हत्या,, ऐसा लगता है,, जो ईलाका पहले काफी पॉश माना जाता था,, आजकल इस इलाके में अपराधों की झड़ी सी लग गई है। हरदीप ने 30 साल की उम्र में कई न्यूज चैनलो में काम किया । हरदीप अपनें माता-पिता के इकलौते बेटे थें, घर-परिवार की सारी जिम्मेदारी इन्हीं के उपर थी,,, लेकिन दिल्ली के बेखौफ अपराधियों नें इन्हें मौत की नींद सुला दिया । घटना बीते रविवार की है। हरदिप अपनें कमरा नंबर 112 में अपने दो दोस्तों के साथ बैठे थें।,,, रात तकरिबन 10.30 बजे इनके फ्लैट के नीचे जिम था वहाँ से काफी शोर-शराबा की आवाज आने लगी।,, जब बरदास्त की हद पार हो गई,, तब हरदीप उस जिम में गए और रिक्वेस्ट करनें लगे कि शोर ना मचाए।,,, उस वक्त जिम का मालिक रिंकु अपनें कुछ दोस्तों के साथ जीम में बैठ कर शराब पी रहा था। हरदीप के मना करनें के बाद सभी उसे गाली देने लगे। हरदीप वापस अपने कमरे में आ गया। लेकिन थोड़ी देर बाद रिंकु बंदुक ताने हुए उसके कमरे में आगया।,, उसनें पहले हरदीप को खूब मारा पिटी, उसके बाद रिंकु नें हरदीप को पेट में गोली मारदी। हरदीप को दोस्तों नें उसे बचाने की कोशिस की लेकिन रिंकु बन्दूक लहराते हुए और धमकाते हुए वहाँ से आराम से चला गया।,,, हरदीप को दोस्तों नें 100 पर कॉल किया, लेकिन पुलिस नहीं आई,, लिहाजा उसके दोस्तों नें घायल हरदीप को एक ऑटो में बीठाकर सफ्दरजंग ले गए। वहाँ पहुँचने के कुछ हीं देर बाद हरदीप की मौत हो गई। ईस हादसे के बाद ईस ईलाके में थनी खौफ है,, कि ईस मामले पर खूद हरदीप को दोस्तों नें भी कैमरे के आगे कुछ नहीं बोला।,, फिलहाल पुलिस नें हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन खूनी रिंकू की पहचान होनें के बावजूद वो पुलिस की गरफ्त से फरार है। हरदीप का परिवार हरियाणा कैथल के बालू गॉव में रहता है, और हरदीप फिलहाल IUAC में एडिटर के पद पर कार्यरत थें।
एंकर-- नशा, गुस्सा और रसुक के कॉकटेल में एक पत्रकार की जान ले ली, जी हाँ एक पत्रकार जो अपने किराए के कमरे में अपने दोस्तों के साथ बैठा था। उसके फ्लैट के नीचे एक रसुकजादे का जीम था। जीम में शराब की पार्टी चल रही थी, शोर शराबा हो रहा था। लेकिन उस पत्रकार नें बस ईतनी जुर्रत करदी की,, उनसे निवेदन करबैठा कि शोर ना करें,, बस ईतनी सी बात उस रसुकजादे बरदास्त नहीं हुई,, और उसनें पत्रकार को गोली मारदी।
वीओ 1
2016 के शुरुवात से सूर्खियों में रहा वसंतकुंज पुलिस स्टेशन,,, पहले देव्यांस की मौत का मामला और आजकल पुरे देश में फैला JNU का मसला, अब इस इलाके में एक पत्रकार की हत्या,, ऐसा लगता है,, जो ईलाका पहले काफी पॉश माना जाता था,, आजकल इस इलाके में अपराधों की झड़ी सी लग गई है। हरदीप ने 30 साल की उम्र में कई न्यूज चैनलो में काम किया । हरदीप अपनें माता-पिता के इकलौते बेटे थें, घर-परिवार की सारी जिम्मेदारी इन्हीं के उपर थी,,, लेकिन दिल्ली के बेखौफ अपराधियों नें इन्हें मौत की नींद सुला दिया । घटना बीते रविवार की है। हरदिप अपनें कमरा नंबर 112 में अपने दो दोस्तों के साथ बैठे थें।,,, रात तकरिबन 10.30 बजे इनके फ्लैट के नीचे जिम था वहाँ से काफी शोर-शराबा की आवाज आने लगी।,, जब बरदास्त की हद पार हो गई,, तब हरदीप उस जिम में गए और रिक्वेस्ट करनें लगे कि शोर ना मचाए।,,, उस वक्त जिम का मालिक रिंकु अपनें कुछ दोस्तों के साथ जीम में बैठ कर शराब पी रहा था। हरदीप के मना करनें के बाद सभी उसे गाली देने लगे। हरदीप वापस अपने कमरे में आ गया। लेकिन थोड़ी देर बाद रिंकु बंदुक ताने हुए उसके कमरे में आगया।,, उसनें पहले हरदीप को खूब मारा पिटी, उसके बाद रिंकु नें हरदीप को पेट में गोली मारदी। हरदीप को दोस्तों नें उसे बचाने की कोशिस की लेकिन रिंकु बन्दूक लहराते हुए और धमकाते हुए वहाँ से आराम से चला गया।,,, हरदीप को दोस्तों नें 100 पर कॉल किया, लेकिन पुलिस नहीं आई,, लिहाजा उसके दोस्तों नें घायल हरदीप को एक ऑटो में बीठाकर सफ्दरजंग ले गए। वहाँ पहुँचने के कुछ हीं देर बाद हरदीप की मौत हो गई। ईस हादसे के बाद ईस ईलाके में थनी खौफ है,, कि ईस मामले पर खूद हरदीप को दोस्तों नें भी कैमरे के आगे कुछ नहीं बोला।,, फिलहाल पुलिस नें हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन खूनी रिंकू की पहचान होनें के बावजूद वो पुलिस की गरफ्त से फरार है। हरदीप का परिवार हरियाणा कैथल के बालू गॉव में रहता है, और हरदीप फिलहाल IUAC में एडिटर के पद पर कार्यरत थें।
No comments:
Post a Comment