अवधेश पुरोहित // TOC NEWS
भोपाल । राजनीतिक के जानकार यह भली भंाति इस बात से परिचित हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस दिन प्रदेश की सत्ता की शपथ ली थी, ठीक उसी के कुछ दिन बाद उनके सहयोगियों के द्वारा उनकी ही विधानसभा क्षेत्र बुदनी में अवैध उत्खनन, अवैध वन कटाई और अवैध रेत उत्खनन के कारोबार भी श्रीगणेश किया था और इस कारोबार का श्रीगणेश करने वाले कौन लोग थे यह भी प्रदेश के राजनैतिक के जानकारों को भली भांति मिले हैँ।
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यही नहीं जैसे-जैसे भाजपा के श् ाासनकाल दिनों दिन इस प्रदेश में बढ़ता गया क्यों-त्यों बुदनी से इस कारोबार का साम्राज्य बढ़ता गया और आज स्थिति यह है कि राज्य का शायरद ही कोई छोटा सा कस्बा हनहीं बचा होगा जहां इन कारोबारियों का वह कस्बा अवैध खनिज और अवैध रेत के काराबोरियों की अवेध कमाई की चपेट से अछूता नहीं रहा गया हालांकि इन कारोबारियों के खिलाफ सड़ कसे लेकर सदन तक यानि नयायालय तक कतमाम गुजार और विरोध दज कराया गया एवं इसके बाद भी सत्ताधीशों का संरक्षण होने के कारण यह र्का दिनों दिन ऊलता फूलता रहा भाजपा के इन १३ वर्षों के दौरन ऐसे ही कई अवसर आए जब भाजपा के विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने इस तरह के कारोबार का विरोध दर्ज न कराया हो,
तो वहीं इन कारोबारियों के कारोबार में आड़े आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सबक सिखाने में यह पीछे नहीं रहे तो कईयों को मौत के घाट तक उतार दिया गया इसी अभी तक तो इस तरह के कारेाबार का विरोध विपक्षी दल के नेताओं और मीडिया काी सुर्खियों में रहा, लेकि अब इसी भाजपा के उस उपेक्षित बुंदेलखण्ड के विधायक आरडी प्रजापति अपने पुत्र राजेश प्रजापति जो कि छतरपुर जिला जनपद के अध्यक्ष हैं,
सहित सैंकड़ों अपने समर्थकों के साथ छतरपुर जिले के चंदला अंचल में केन नदी से ब़ज्ञड़े पैमो पर रेत के अवैध रूप से उत्खनन और परिवहन करने के विरुद्ध धरने पर बैठ गए। इससे पहले ग्राम पंचायत दादूताल की महिला सरपंच ने भी इसी मुद्दो को लेकर सैंकड़ों महिलाओं के साथ धरना दिया था, धरने पर बैइठे विधायक और जिला जनपद अध्यक्ष अवैध यप से लगे खनन और खनन माफियाओं के खिलाफ निर्णायक मांग की कार्रवाई कर रहे हैं
हालांकि जैसा किी होता आया है कि सरकार की ओर से यह हरसंभव प्रयास रहता है कि वह इस तरह के अवैध कारोबारियों के खिलाफ चल रहे विरोध को समाप्त कर दें या फिर विरोध करने वाले लोगों को कुछ प्रलोभन देकर उन्हें मना लिया जाए ऐसा ही भाजपा के विधायक अजो अपने पुत्र और सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ माफियाओं के खिलाफ धरने पर बैठे हैं उनकी भी मान मनोव्वल करने के लिये तहसीलदार और एसडीओपी के द्वारा प्रयास किया गया लेकिन विधायक नहीं मानें?
तो परेशान एसडीएम हेमकरण धुर्वे ने मौके पर ही ट्रकों के खिलाफ चालानी कार्यवाही करना प्रारम्भ कर दी, जिसे धरने पर बैठे लोग सत्ताधीशों के इशारे पर एसडीएम द्वार की गई कार्यवाही को नौटंकी मात्र मान रहे हैं और यह कहते नजर आ रहे हैं कि इस तरह के ट्रकाों के खिलाफ चाला कार्यवाही से माफियओं के खिलाफ कोई सार्थक कदम उठता नजर नहीं आ रहा है बल्कि यह केवल विधायक को प्रभावित करने के उद्देश्य से इस तरह की कार्यवाही को एसडीएम द्वारा अंजाम दिया गया और इसी से प्रभावित होकर भाजपा के विधायक आरडी प्रजापति ने अपने पुत्र और अपने सैंकड़ों समर्थकों सहित धरना खत्म करने की घोषणा कर दी ,
लेकिन इस धरना समाप्ति के बाद इस तरह की चर्चा का दौर चल पड़ा, देखना कि यह है कि विधायक के धरने पर बैठने के दौरान एसडीएम हेमकरण धुर्वे के द्वारा जो चालानी कार्यवाही की प्रक्रिया जारी है वह कितने दिन चलती है और चंदलांचल में केन नदी से बड़े पैमाने पर रेत के अवैध रूप से हो रहे उत्खनन और परिवहन पर कितने दिन रोक लग पाती है यह तो भविष्य बताएगा लेकिन इस तरह के प्रदेश भर में चल रहे अवैध खनन और रेत परिवहन का जो कारोबार पूरे प्रदेश में चल रहा है उसको लेकर लोगों में आक्रोष व्याप्त है और इस तरह के कारोबारियों को सत्ता के संरक्षण को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं ।
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